Sikar News: राजस्थान के सीकर जिले के श्रीमाधोपुर कस्बे के मुख्य बस डिपो पर अव्यवस्थाओं का आलम बना हुआ है. बसों के अभाव में सवारियां घंटों भर बस डिपो में इंतजार कर रही है. स्कूली बच्चे भी गाड़ियों के अभाव में बस डिपो पर परेशान हो रहे हैं.


सवारियां घंटों भर कर रही इंतजार


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मामले की जानकारी के अनुसार श्रीमाधोपुर रोडवेज बस डिपो कार्यालय पर बसों के अभाव में सवारियां परेशान होकर घंटों इंतजार करने के बाद वापस लौट रही है. कार्यालय अधिकारी जयसिंह मीणा ने बताया कि श्रीमाधोपुर डिपो चीफ ने विभिन्न रूटों पर चलने वाली 6 बसों का संचालन बंद कर दिया. जिससे यह समस्या उत्पन्न हो गई.


श्रीमाधोपुर कस्बे के मुख्य बस डिपो का आलम 


मामले की जानकारी के अनुसार डिपो चीफ अशोक सिंह गुर्जर ने शाहपुरा, जयपुर झुंझुनूं,दादिया तथा कांवट खण्डेला रूट की 6 बसों का संचालन बंद किया है. गौरतलब है कि पहले श्रीमाधोपुर शाहपुरा रूट पर कुल 8 बसों का संचालन होता था, जो कि बसों का संचालन बाद में 6 हुआ जो कि स्तर गिरते गिरते चार और चार से दो हुआ और वर्तमान में एक हो गया. जिससे समस्या काफी उत्पन्न हो गई.


6 बसों का संचालन बंद


वर्तमान में डिपो चीफ ने श्रीमाधोपुर शाहपुरा रूट पर एक, कांवट खण्डेला रूट पर दो, जयपुर श्रीमाधोपुर दादिया रूट पर एक तथा जयपुर झुंझुनूं मार्ग पर दो बसों का संचालन बंद कर कुल 6 बसें बंद कर दी गई. वहीं बसों के संचालन बंद होने के साथ ही समस्या काफी उत्पन्न हो गई और स्कूली बच्चों के साथ सवारियां परेशान हो रही है और बसों के इंतजार में दो से तीन घंटे का गतंव्य तक पहुंचने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है.


ये भी पढ़ें- PM Modi Rojgar Mela: पीएम मोदी ने युवाओं को दिया तोहफा, रोजगार मेले में बांटे 51 हजार नियुक्ति पत्र


वहीं मामलें डिपों में कार्यरत कर्मचारी जयसिंह मीणा से मामलें की जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि कुल 6 बसों का संचालन बंद किया गया है जिससे बस स्टेंड पर सवारियों को परेशानी हुई है. पूरे मामले की जानकारी डिपो चीफ ही उपलब्ध करवा पायेंगे. जब जी मीडिया की टीम ने उक्त मामले को लेकर डिपो चीफ अशोक सिंह से जानकारी चाही तो उन्होंने दो-तीन बार तो फोन कट कर दिया लेकिन जब बार-बार कॉल किया गया तो उन्होंने जयपुर मीटिंग में होने का हवाला देकर फोन काट दिया और किसी प्रकार का कोई संतुष्ट जवाब नहीं दिया.


डिपो चीफ कोई संतुष्ट जवाब नहीं दिया


वही बस डिपो में बाहर की प्राइवेट बसों का संचालन होता हुआ भी दिखाई दिया. बाहर की प्राइवेट बसें रोडवेज मुख्य बस डिपो में अंदर आकर सवारियां भी उठाती हुई भी नजर आती हैं लेकिन उन्हें रोकने वाला कोई भी नहीं है जबकि कई बार उपखंड स्तरीय मीटिंग में यह आदेश हुआ था कि प्राइवेट बसों का संचालन मीणों के मोहल्ले तक ही प्रवेश रहेगा और वह बस डिपो में अंदर प्रवेश नहीं करेंगे. लेकिन उसके बावजूद भी बसों का संचालन बस डिपो में हो रहा है.।