Sikar News: नीमकाथाना इलाके के ग्राम पंचायत रामपुरा बेगा की नांगल के राजस्व ग्राम करजो के पास स्थित क्रैशर प्लांटों में जाने के लिए अवैध रूप से गोचर भूमि में निकाले गए रास्ते को बंद करने की मांग को लेकर ग्रामीणों का सातवें दिन भी कार्मिक अनशन जारी रहा. आठवें दिन सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश मीणा भी धरने पर पहुंचे और धरने पर बैठे लोगों से पूरे मामले की जानकारी ली.


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इस दौरान कैलाश मीणा ने कहा कि गोचर भूमि को बचाने के लिए जो भी करना पड़ेगा वह करेंगे. सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश मीणा ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश और तमाम सरकारी सर्कुलरो के बाद भी गोचर भूमि से निकल गए अवैध रास्ते को प्रशाशन बंद नहीं कर पा रहे हैं, तो यह प्रशासन की फेलइयत्ता है या उनकी कहीं ना कहीं मिली भगत है.


उन्होंने कहा कि ग्रामीण 8 दिन से गोचर भूमि को बचाने के लिए कार्मिक अनशन कर रहे हैं. लेकिन उसके बावजूद भी प्रशासन यहां आकर उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रहा. उन्होंने कहा कि वे ग्रामीणों के साथ जब तक गोचर भूमि से रास्ता को बंद नहीं किया जाता. आंदोलनकारियों ने बताया कि करजो से आगे मीणा की नांगल जाने वाले रास्ते पर आधा दर्जन क्रेशर प्लांट लगे हुए हैं, इन प्लांटों में जाने के लिए किसी तरह का कोई रास्ता नहीं है.


प्लांट मालिकों ने गोचर भूमि में से रास्ता बनाया हुआ है, जिस कारण गोचर भूमि दिन प्रतिदिन खुर्द-बुर्द होती हुई जा रही है. ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व में गोचर भूमि को मुक्त करवाने हेतु स्थानीय प्रशासन को अवगत भी करवाया गया परंतु स्थानीय प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई,जिसको लेकर हमें धरने पर बैठना पड़ा.


दूसरी तरफ क्रेशर प्लांट के आसपास जो खातेदारी भूमि है वह भूमि धूल मिट्टी उड़ने से बंजर होती हुई जा रही है, क्योंकि प्लांटों से पूरे दिन धूल के गुब्बारे उडते रहते हैं. ऐसे में उपजाऊ जमीन बंजर होती हुई जा रही है. इस दौरान डॉक्टर सुरेश यादव रामपुरा बेगा की नांगल, पंचायत समिति सदस्य धर्मेंद्र यादव, दिनेश गुर्जर दलपतपुरा, महाराम गुर्जर, बिल्लू सेठ, सहित दर्जनों लोग धरने में शामिल हैं.