Sikar :विप्र समाज ने समारोह में राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी का किया सम्मान
Sikar News: श्रीमाधोपुर में रविवार को राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी का विप्र समाज ने सम्मान किया. राज्यसभा सांसद तिवाड़ी का विप्र समाज के बंधुओं ने जयपुर से उदयपुरवाटी जाते वक्त श्रीमाधोपुर बाईपास-रोड पर एक गार्डन में स्वागत किया.
Sikar, Shrimadhopur: सीकर जिले के श्रीमाधोपुर में आज राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी का विप्र समाज ने बाईपास रोड पर गार्डन में सम्मान किया. विप्र समाज के बंधुओं ने राज्यसभा सांसद तिवाड़ी का जयपुर से उदयपुरवाटी जाते समय श्रीमाधोपुर बाईपास रोड पर एक गार्डन में समारोह पूर्वक कार्यक्रम का आयोजन कर उनका प्रतीक चिन्ह, साफा और माला पहनाकर भव्य स्वागत किया.
समारोह के दौरान राज्यसभा सांसद के पुत्र आशीष तिवाड़ी का भी सम्मान किया गया. समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ईडब्ल्यूएस आरक्षण की मांग को लेकर संपूर्ण देश में सबसे पहली लड़ाई 17 साल पहले सीकर जिले के रामलीला मैदान से शुरू की गई थी. ओबीसी में शामिल करने के लिए विवाद और लड़ाइयां चली तो उस समय मैंने ईडब्ल्यूएस आरक्षण का फार्मूला तैयार किया. इस फार्मूले पर लड़ाई लड़ी और विधि मंत्री के नाते भारत में पहला कानून भी मैंने पेश किया और राजस्थान की विधानसभा में इसे पारित करवाया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान में संशोधन करके कानून लागू कर दिया. सीकर के ब्राह्मण समाज का सबसे बड़ा उन्होंने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उन्होंने एक लड़ाई सीकर के रामलीला मैदान से शुरू कर देश के संपूर्ण ब्राह्मण समाज को ईडब्ल्यूएस का लाभ दिलवाया और इसका श्रेय सबसे पहले अगर जाता है तो वह है सीकर के ब्राह्मण लोग. साथ ही में उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में परशुराम का एक बड़ा कुंड बन रहा है.
अरुणाचल प्रदेश में पहली बार सरकार के सहयोग से भगवान परशुराम की 51 फीट की प्रतिमा लगाई जाएगी,जिसके लिए भारत सरकार के द्वारा संसाधनों के लिए 700 करोड रुपए खर्च होंगे. साथ ही में उन्होंने कहा कि 27 जनवरी 2023 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर बच्चों से बात करेंगे. इस वर्ष में परीक्षा पर चर्चा आयोजन को लेकर चर्चा करेंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री परीक्षा के समय बच्चों को तनाव मुक्त किस तरह रखा जाए उसको लेकर अपना विचार रखेंगे. जिसके लिए उन्होंने अधिक से अधिक बच्चों को कार्यक्रम से जोड़ने का आह्वान भी किया. इस दौरान विप्र समाज के पदाधिकारी एवं प्रबुद्ध जन मौजूद रहे.