सीकर: खाटूश्यामजी कस्बे में कचरे की समस्या का समाधान नहीं, अब स्थानीय लोग बैठे धरने पर
Sikar : सीकर जिले के खाटूश्यामजी कस्बे की पीडब्लयूडी चौकी के पास नगरपालिका कस्बें का सम्पूर्ण कचरा करीब 15 बीधा खाली ज़मीन में जगह जगह ढेर लगाने से ग्रामीणों की काफी परेशानी बढ़ गयी है. लगे कचरे के ढेरों उठने वाली बदबू दार गंद से जीना हराम कर रखा है.
Sikar : सीकर जिले के खाटूश्यामजी कस्बे की पीडब्लयूडी चौकी के पास नगरपालिका कस्बें से एक खबर है. जहां कचरा लोगों के लिए बड़ी समस्या बना हुआ है.आसपास के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और स्थानीय नगरपालिका प्रशासन को मौखिक और लिखित में अवगत कराने के बावजूद अभी तक इस समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ.
आखिर में परेशान ग्रामीणों ने सोमवार को अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गये. देश-विदेश में प्रसिद्ध बाबा श्याम के दर पर आने वाले लाखों श्याम भक्तों से होने वाले कचरे का स्थाई समाधान नहीं होने पर संपूर्ण कचरा दांता रोड पीडब्ल्यूडी चौकी के पास डाला जा रहा है.
जिससे कचरे के ढेरों में रात हो या दिन कभी भी बार-बार आग लगने से उससे उठने वाली बदबू से परेशान हो कर पार्षद प्रतिनिधि शंकर बल़ोदा,पार्षद अनील शर्मा व दामोदर वर्मा के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते धरना लगा दिया.
वही तीन दिन के बाद नगरपालिका के सनसाधन कचरा लेकर पहुचे ट्रैक्टर ट्रोली को कचरा सहित वापस कर रहे थे. जब पीडब्ल्यूडी चौकी के पास कचरा खाली नहीं करने दिया तो नगरपालिका के साधन मेले के दौरान जिला कलेक्टर डॉ. अमीत यादव ने सांवलपुरा रोड़ गोशाला के पिछे की जमीन तय पर पहुंचे टेक्टरों को सहकारी समिति के उपाध्यक्ष सोहनलाल निठारवाल के नेतृत्व में यहा भी विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा.
यहा मौके पर पहुंचे नगरपालिका के ईओ अरूण शर्मा और स्वास्थ्य निरीक्षक व विरेनद्र सिंह के काफी समझाइश करने पर भी ग्रामीण नहीं माने. ईओ शर्मा ने पुलिस को फोन किया. थानाधिकारी सुभाष यादव मय जाप्ता मौके पर पहुंच कचरे से भरे टेक्टर ट्रोलियों को खाली करवाई गयी.
गौरतलब है कि इस कचरे की स्थाई समस्या का निस्तारण करने के लिए सांवलपुरा रोड पर डंपिंग यार्ड बनाने को लेकर जिला कलेक्टर द्वारा भी चिन्हित करने के बावजूद भी नगरपालिका की अनदेखी के कारण कचरे की समस्या का समाधान नहीं हो पाया.
नगरपालिका की उदासीनता के चलते आक्रोश आमजन ने धरना प्रदर्शन करते कहां कि जबतक इस कचरे का समाधान नहीं होगा तब तक यह धरना चलता रहेगा।समय रहते नगरपालिका समस्या का समाधान नहीं करती हैं, तो यह धरना आंदोलन में तब्दील हो.
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