Sirohi: हनुमान मंदिर हटाने के विरोध में आबूरोड शहर बंद, हिंदू संगठनों ने किया आह्वान
राजस्थान के सिरोही में सुबह से ही आबूरोड़ में बंद का माहौल नजर आ रहा है, वहीं भाजपा के पदाधिकारी और विभिन्न हिंदू संगठनों के लोग शहर में दुकानदारों से बंद की अपील करते हुए नजर आ रहे हैं. सुबह ही टोली बनाकर सभी लोग आबूरोड शहर को बंद करवाने के लिए निकले.
Sirohi News: सिरोही जिले आबूरोड के सांतपुर में तालाब के पास हनुमान मंदिर हटाने के विरोध में आज भाजपा समेत विभिन्न हिंदू संगठनों आबूरोड़ बंद का आह्वान किया.
सुबह से ही आबूरोड़ में बंद का माहौल नजर आ रहा है, वहीं भाजपा के पदाधिकारी और विभिन्न हिंदू संगठनों के लोग शहर में दुकानदारों से बंद की अपील करते हुए नजर आ रहे हैं. सुबह ही टोली बनाकर सभी लोग आबूरोड शहर को बंद करवाने के लिए निकले.
यह भी पढ़ें- प्यार में पागल युवती ने युवक पर डाला 5 लीटर तेजाब, बोली- मेरा नहीं हुआ, तो किसी का नहीं होने दूंगी
आपको बता दें कि कल सांतपुर में हाई कोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन द्वारा हनुमान मंदिर को हटाया गया था. उसके बाद मौके पर भारी रोष जनता का देखा गया, जिसमें पुलिस और गुस्साए लोगों में आमने-सामने झड़प हो गई और पथराव और लाठीचार्ज हुआ, जिसमें कुछ लोग और पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई.
सुबह से ही बंद है शहर
पूरे मामले को लेकर आज आबूरोड के हिंदू संगठनों ने शहर को बंद करने का आह्वान किया. सुबह से ही शहर बंद नजर आ रहा है. इस दौरान पालिका अध्यक्ष मगदान चारण, प्रदेश मंत्री एससी मोर्चा सुरेश सिंदल, जिला मंत्री सतीश सेठी, पूर्व यूआईटी अध्यक्ष सुरेश कोठारी, भाजपा नेता बाबूभाई पटेल, मंडल अध्यक्ष दिनेश खंडेलवाल, अजय वाला समेत कई लोग शहर में आबूरोड़ को बंद करवाने की लोगो से अपील कर रहे हैं.
क्या बोले विधायक समाराम गरासिया
आबू पिंडवाड़ा विधायक समाराम गरासिया ने कहा कि यह सरकार हिन्दू विरोधी है. विधायक ने आरोप लगाया कि आज जिस प्रकार से घरों में घुस कर पुलिस ने बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की है, यह उचित नहीं है. हो सकता है मंदिर के टूटने से कुछ आक्रोषित भीड़ ने गलत कदम उठाया हो पर पुलिस को समझाइश से मामला सुलझाया जा सकता था.
बच्चों और महिलाओं पर घरों में घुस कर मारपीट की गई है, जिसकी निंदा करते हैं. पुलिस प्रशासन से मांग की कि जिन स्थानीय लोगों को पकड़ा और भाजपा पदाधिकारियों को हिरासत में लिया है पर वो पथराव में शामिल नहीं थे उन्हें तुरंत छोड़ा जाए. पुलिस की कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा. कल आबूरोड बन्द का आह्वान किया गया है.
Reporter- Saket Goyal