Sirohi: मंत्रियों द्वारा निर्दलीय विधायक के गुणगान से कांग्रेस को हो रहा बड़ा नुकसान - जीवाराम आर्य
Sirohi News: कांग्रेस के जिलाध्यक्ष और विधानसभा प्रत्याशी जीवाराम आर्य द्वारा राजस्थान सरकार के मंत्रियो के सिरोही दौरे के दौरान सिरोही के निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा की प्रशंसा करने पर कड़ा एतराज जताते हुए आरोप लगाया की सिरोही में मंत्रियो के दौरे के दौरान निर्दलीय विधायक के गुणगान करने से जिले में कांग्रेस को नुकसान हो रहा हैं.
Sirohi: कांग्रेस के जिलाध्यक्ष और विधानसभा प्रत्याशी जीवाराम आर्य द्वारा राजस्थान सरकार के मंत्रियो के सिरोही दौरे के दौरान सिरोही के निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा की प्रशंसा करने पर कड़ा एतराज जताते हुए आरोप लगाया की सिरोही में मंत्रियो के दौरे के दौरान निर्दलीय विधायक के गुणगान करने से जिले में कांग्रेस को नुकसान हो रहा हैं.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष जीवाराम आर्य ने गुरूवार को जिले के दौरे पर रहे चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादीलाल मीणा के संयम लोढ़ा की प्रशंसा करने वाले बयान पर कड़ा एतराज जताते हुए कहां कि सरकार के मंत्रियों और कांग्रेस नेताओं के इस तरह के बयानों ने जिले में पार्टी को न केवल कमजोर किया है बल्कि गुटबाजी को भी मजबुती दी है. उन्होने कहा कि पिछले साढे चार वर्ष में कई बार राज्य सरकार के मंत्रियो ने पार्टी से बागी होकर चुनाव जीते निर्दलीय विधायक के तारीफों की बयानबाजी को जो पार्टी के लिए घातक बनी हुई है.
सभी को पता है कि किसी नेता का टिकट पार्टी तभी काटती है जब उनका दावा पार्टी द्वारा तय पैमाने में फिट नही बैठता है. आर्य ने कहां कि मीणा एवं ऐसे बयान देने वाले नेताओं को यह भी याद रखना चाहिए कि जो 2018 में निर्दलीय जीता वही व्यक्ति 2008 व 2013 में इसी क्षेत्र से हारा हुआ था.
पार्टी जिलाध्यक्ष एवं विधानसभा चुनाव 2018 में सिरोही से प्रत्याशी रहे आर्य ने कहां कि टिकट वितरण पर सवाल उठा कर पार्टी में ऐसे लोग तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को चुनौती देते है. प्रदेश में सरकार को समर्थन कर रहे निर्दलीयों के प्रति समर्पण न केवल सिरोही में बल्कि उन सभी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का अपमान है जहां पर पार्टी के बागी चुनाव लडते है. जिले के दौरे पर रहने वाले सरकार के मंत्री व नेताओं द्वारा कांग्रेस के समर्पित व वफादार कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का सिलसिला चार वर्षों से चल रहा है उन्हें उससे बाहर निकाल जिलों में जाने पर उनकी समस्याओं को अलग सुनवाई कर निराकरण करना चाहिए .
इतना ही नही आर्य ने अपने बयान में यंहा तक कहा कि परसादीलाल मीणा को यह भी बता देना चाहिए था कि वे कांग्रेस के कार्यकर्त्ता कहा जाए जिन्होने विधानसभा चुनाव 2018 व लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी के उम्मीदवारों के लिए कार्य किया और उनकी कोई सुनवाई नही हो रही है. जिले में हाल ही में हुए पार्टी चुनावों व विभिन्न सरकारी कमेटियां/समितियों में पार्टी विरोधी कार्य करने वालो को पदों व सदस्य बनाकर नवाजा गया है. आर्य ने सवाल किया की क्या इस तरह से पार्टी मजबुत होगी.
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