Anupgarh News: अनूपगढ़ में हल्की बूंदाबांदी, रबी की फसल की होगी चांदी, किसानों के चहरे खिले
Anupgarh News: अनूपगढ़ में रविवार दिनभर बादलवाही छाने के बाद रात्रि लगभग साढ़े 8 बजे हल्की बूंदाबांदी शुरू हुई. रात्रि लगभग साढ़े 12 बजे मेघ गर्जना के साथ हल्की बरसात भी हुई. दिन भर बादलवाही रहने से किसानों में मावठ की उम्मीद जाग उठी थी.
Anupgarh News: अनूपगढ़ में रविवार दिनभर बादलवाही छाने के बाद रात्रि लगभग साढ़े 8 बजे हल्की बूंदाबांदी शुरू हुई. रात्रि लगभग साढ़े 12 बजे मेघ गर्जना के साथ हल्की बरसात भी हुई. दिन भर बादलवाही रहने से किसानों में मावठ की उम्मीद जाग उठी थी. वहीं मौसम विभाग के अनुमान तथा पिछले कुछ दिनों से वातावरण में आई नमी से रबी की फसल को लेकर किसानों की उम्मीद बढ़ गई है.
गाँव 25ए के किसान पायलट सिंह बराड़ ने बताया कि रबी की फसलों को इस समय सिंचाई पानी की आवश्यकता है और बादलवाही के साथ बने हुए मौसम के मद्देनजर मावठ इन फसलों के लिए अमृत के समान साबित होगी. ठंड और सूखे मौसम से चिंतित किसानों को हल्की बरसात के साथ राहत मिली है. बीते कुछ दिनों से ठंडी हवाओं और सूखे मौसम ने फसलों पर पाले का खतरा बढ़ा दिया था. हालांकि, पिछले दो दिनों से वातावरण में हल्की धुंध का असर देखा जा रहा था.
गाँव 25 ए के किसान पायलट सिंह ने बताया कि मावठ की अच्छी बारिश हो जाती है, तो यह हमारी गेहूं, सरसों और चने की फसलों के लिए वरदान साबित होगी. वहीं, किसान हरीश सिंह ने बताया कि पहले सूखी ठंड से फसलों पर पाले का डर बना हुआ था, लेकिन अब हल्की बरसात और ओस के कारण राहत मिली है. बादलवाही को देखकर किसानों ने आने वाले दो-तीन दिनों तक बादलवाही और हल्की बरसात की संभावना व्यक्त की है.
सहायक निदेशक कृषि विस्तार रामनिवास गोदारा ने बताया कि इस समय होने वाली मावठ की बारिश न केवल फसलों की पैदावार बढ़ाएगी, बल्कि किसानों की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करेगी. गोदारा ने बताया कि इस बार सरसों का बिजान गेहूं के बिजान से ज्यादा है, हालांकि कहीं कहीं गेहूं का बिजान अभी भी हो रहा है. लेकिन इसके बावजूद सरसों का बिजान ज्यादा रहने की ही संभावना है.
यदि मावठ और धुंध नहीं आई तो फसलों को सूखी ठंड और पाले की मार पड़ सकेगी. सरसों की फसल को ही पाले से सबसे ज्यादा नुकसान की आशंका हैं. गोदारा ने बताया कि फसलों के अच्छे उत्पादन में मावठ सहायक सिद्ध होगी.
अनूपगढ़ जिले की रावला, रोजड़ी, 10 सरकारी,श्रीबिजयनगर सहित कई स्थानों पर हल्की बरसात हुई, साथ ही, सर्द हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है. मौसम में अचानक आए इस बदलाव से आमजन को ठंड का अहसास करवाया। रात्रि में मुख्य चौक पर अलाव तापते नजर आए. हल्की बरसात के बावजूद किसानों को अभी अच्छी मावठ का इंतजार है.
गेहूं, और सरसों जैसी रबी की फसलों के लिए मावठ को बेहद लाभकारी माना जाता है. उम्मीद कर रहे हैं किसानकि अच्छी बारिश होगी, जिससे फसलों को जरूरी नमी मिल सकेगी. हल्की और सर्द हवाओं के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है. आगामी दिनों में हल्की बारिश और तापमान में और गिरावट की संभावना जताई जा रही है. समाचार लिखे जाने तक मेघ गर्जना के साथ हल्की बरसात चल रही थी.