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श्रीगंगानगर: जिले के सेठ गोपी राम गोयल की बगीची में राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार 4 दिन से आरोग्य मेले का आयोजन किया जा रहा है. आज गुरुवार को आरोग्य मेला तीसरे दिन भी सफलतापूर्वक आयोजित किया गया.आयुर्वेद विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ नरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि गत 2 दिनों की अपेक्षा आज तीसरे दिन अधिक लोग आरोग्य मेले में पहुंचे हैं. करोना काल के बाद से ही आयुर्वेद के प्रति आम जन का विश्वास बढ़ रहा है और लोग आयुर्वेद से संबंधित अधिक से अधिक जानकारी लेने के लिए उत्सुक हैं. आरोग्य मेले में सैकड़ों की संख्या में मरीज आयुर्वेद,योग होम्योपैथी,यूनानी और प्राकृतिक चिकित्सा लेकर लाभान्वित हो रहे हैं.


आयुर्वेद विभाग के उपनिदेशक डॉ राजकुमार पारीक ने बताया कि आमजन को चिकित्सकों व नर्सिंगकर्मीयो के द्वारा मेले में उपलब्ध औषधियों के बारे में भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी जा रही है.गुरुवार को आयुर्वेद की चिकित्सा स्टॉल (क्लिनिक) पर रोग के अनुसार अलग-अलग विशेषज्ञों द्वारा चिकित्सा परामर्श व औषधी दी गई. मेले के मीडिया प्रभारी डॉ सीमा चौहान ने बताया कि आरोग्य मेले में मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए आयुष क्वाथ का वितरण निःशुल्क किया जा रहा है.


होम्योपैथिक और यूनानी चिकित्सा पर भी दी गई जानकारी


उन्होंने बताया कि आरोग्य मेले में पहुंचने वाले लोगों को आयुर्वेद,योग, प्राकृतिक होम्योपैथिक और यूनानी चिकित्सा की विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई. उन्होंने बताया कि इस मेले में पंजाब आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज का भी विशेष सहयोग रहा है.मेले में सुबह 7 से 8 बजे तक योग एवं प्राकृतिक चिकित्साधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार द्वारा योगभ्यास करवाया गया एवं रोग के अनुसार व्यक्तिगत योगाभ्यास का परामर्श दिया गया. मेले में हड्डियों की जाँच हेतु नि:शुल्क बी.एम.ड़ी टेस्ट किया गया.मेले में एनसीडी के द्वारा आमजन की रक्तचाप और मधुमेह की जांच निःशुल्क की गई.आरबीएसके विभाग की डॉ नेहा और डॉ स्माइली के द्वारा राज्य सरकार की स्वास्थ्य विभाग से संबंधित जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आमजन को दी गई. होम्योपैथी विभाग में डॉ अजय कुमार और डॉ अनिल मिगलानी ने आमजन को होम्योपैथी उपचार संबंधित जानकारी दी और स्वस्थ जीवन जीने के उपाय बताएं.


औषधीय पदार्थों की दी गई जानकारी


आरोग्य मेले में विभाग की ओर से औषधीय पदार्थों की आमजन को विस्तृत जानकारी देते हुए घरों में औषधीय पादप लगाने के लिए प्रेरित किया गया. आरोग्य मेले में वन औषधीय प्रभारी डॉ जितेंद्र भुरटिया ने बताया कि आरोग्य मेले में औषधीय पादपों के बारे में जानकारी दी जा रही है. यहां दुर्लभ औषधीय पौधे जैसे करंज, चंदन, पुत्रजीवक, सिंदूरी, अपामार्ग, हरिद्रा, शाल, खिरनी, हिरणखुरी, अमलतास, तेजपत्र, पुनर्नवा, भृंगराज और अनेक औषधियों के प्रदर्शन के साथ-साथ इनके उपयोग संबंधित जानकारी आमजन को उपलब्ध करवाई जा रही है.


आयुर्वेद व मर्म चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ चिरंजी कुमार दीक्षित व डॉ मधु दीक्षित ने आरोग्य मेले में मर्म चिकित्सा का डेमो देते हुए आमजन को मर्म चिकित्सा की जानकारी दी. डॉ दीक्षित ने बताया कि वर्तमान समय मे अनेक तरह के शारीरिक दर्द की समस्या बहुत परेशान कर रही है. ऐसे में आयुर्वेदीय मर्म चिकित्सा विधा के प्रयोग से पीड़ित को तत्काल राहत मिलती है.लम्बे समय से स्कन्ध स्तम्भ (फ्रोजन सोल्डर) से पीड़ित, जिनके कंधे जाम हो गए, हाथ ऊंचा नही उठ रहा था, हाथ पैरों में सुन्नापन हो रहा हो ऐसे रोगी मर्म चिकित्सा से शीघ्र राहत प्राप्त कर सकते.ऐसे मरीजो के लिए आरोग्यमेला बहुत लाभदायक साबित हो रहा है. मेले में स्थानीय लोगो के साथ साथ दूरदराज से भी लोग मर्म चिकित्सा लेने आ रहे है.मर्म चिकित्सा बिना किसी औषधि, इंजेक्शन या उपकरण के प्रदान की जाती है.


क्विज प्रतियोगिता का आयोजन


आयुर्वेद एवं आयुष विभाग की गतिविधियां जन-जन तक पहुँचे मेले की इस थीम को घर-घर में पहुंचाने के लिए बिहानी चिल्ड्रन एकेडिमी, ब्लूमिंग डैल्स इन्टरनैशनल स्कूल, केन्द्रीय विद्यालय एवं टांटिया यूनिर्वसिटी के छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में क्विज प्रतियोगिता का आयोजन संभाग बीकानेर के अतिरिक्त निदेशक डॉ. नरेन्द्र कुमार शर्मा व हनुमानगढ़ के सहायक निदेशक डॉ. महावीर प्रसाद की उपस्थिति में हुआ.छात्र-छात्राओं ने क्विज प्रतियोगिता में उत्साहपूर्वक भाग लेकर पुरस्कार प्राप्त किया. क्विज प्रतियोगिता का संचालन डॉ. कमल किशोर वशिष्ठ व डॉ. अमन ने किया.


आरोग्य मेले में डॉ ओमप्रकाश शर्मा ने बीकानेर सम्भाग में पाई जाने वाली वन औषधियों के बारे में बताया और हम इन वन औषधियों का अपने जीवन मे किस प्रकार प्रयोग कर सकते है उस बारे में भी विस्तारपूर्वक बताया.डॉ विकास धवन ने बताया कि आयुर्वेद अंतः स्त्रावी ग्रंथियों से संबंधित बीमारियां जैसे मधुमेह,हाइपोथायराइडिज्म आदि गैर संचारी रोगों को रोकने की क्षमता है.


Reporter- Kuldeep Goyal