अनूपगढ़ः  श्रीगंगानगर के जिला शिक्षण सस्थान संघ की तीन यूनियन का जिला स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया गया. सम्मेलन की अध्यक्षता संघ के हनुमानगढ़ एसकेडी यूनिवर्सिटी के बाबूलाल जुनेजा ने की. जबकि सेवा संगठन के प्रदेशाध्यक्ष कोड़ा राम भादू मुख्यतिथि के रूप में मौजूद थे. वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी डीईईओ रणजीत सिंह बारठ और अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी अमरजीत लहर विशिष्ठ अतिथि के रूप में मंचासीन थे. इसके अलावा मंचासीन में संघ के जिलाध्यक्ष मनसुख सारस्वत,तहसील अध्यक्ष किशोर सिंह शेखावत,घड़साना गीता कॉलेज के डॉ. सतपाल स्वामी, श्रीगंगानगर से बलदेव चायल,जिला महासचिव विकास शर्मा, श्रीबिजयनगर से जेएस दानेवालिया,गोपाल जाखड़ व वेद बलाना मंचासीन थे.


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सम्मेलन की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वल्लित कर की गई. सभी वक्ताओं ने संगठन को मजबूत करने के लिए सम्बोधन दिया. साथ ही कोरोना काल के बाद स्कूलों के संचालन में आने वाली परेशानियों पर विस्तार से चर्चा करते हुए उन समस्याओं से निजात पाने के लिए अपने-अपने विचार साझा किए. वक्ताओं ने सरकार की तरफ से नए-नए नियम बनाकर स्कूल संचालकों को परेशान करने की नीति बताते हुए रोष भी प्रकट किया. इसके अलावा सम्मेलन में आरटीई की पुर्नभरण की राशि का मुद्दा छाया रहा. वक्ताओं ने कहा कि आरटीई की राशि लेने के लिए संस्था प्रधानों को हमेशा संघर्ष करना पड़ा है.


 इसके अलावा उक्त योजना के अंतर्गत मिलने वाली पुस्तकों की राशि व बाजार मूल्य के अंतर पर चर्चा करते हुए आने वाली समस्या के समाधान पर विचार प्रकट किए. इसके अलावा अल्प संख्यकों की छात्रवृति नहीं आने पर विद्यालय प्रबंध समिति को जिम्मेदार ठहराने पर होने वाले नुकसान के संबंध अवगत करवाया.


वहीं, प्रबंध कमेटी को ऑनलाइन करने के बारे में सभी संस्था प्रधानों को जानकारी दी गई. फीस नीति लागू करने और नई शिक्षा नीति लागू करने पर विचार विमर्श किया गया. इस अवसर पर आशीष नागपाल,कृष्ण गोदारा,दयाल सिंह बांडा,लखवीर सिंह बराड़,बूटा सिंह चावला राज बहादुर सिंह कुशवाहा,देवेंद्र इंदलिया सहित जिले के संस्था प्रधान उपस्थित रहे.



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Reporter- Kuldeep Goyal