Rajasthan Election, Vasundhara Raje News: राजस्थान में चुनावी सरगर्मियां तेज हैं. चुनावी सभा है तो कई आजीबोगरीब हैरान कर देने वाले सामने भी आ रहे है. आज पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की राजस्थान के अनूपगढ़ जिले में सभा थी. जैसे ही सभा खत्म हुई एक किसान ने वसुंधरा राजे को कांग्रेस पर हमला करने का मौका दे दिया.


वसुंधरा की सभा में फूट-फूट कर रोया किसान 


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ये पूरा मामला राजस्थान के अनूपगढ़ जिले के घड़साना का है. जहां वसुंधरा राजे भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित कर रही थी. सभा खत्म करने के बाद जैसे ही मंच से उतरने लगी तो, एक किसान उनके पास आकर फूट-फूट कर रोने लगा. लोगों की नजर अब वसुंधरा राजे और उस किसान पर टिक गई और जानने की कोशिश करने लगी की आखिर माजरा क्या है. 


वसुंधरा ने किसान की हालत देख ठहर गई और पास बुलाकर रोने का कारण पूछा. इसके बाद किसान ने रोते हुए अपनी समस्या बताई.  वसुंधरा राजे ने किसान को संभाला और ढाढ़स बढ़ाते हुए दिलासा दिया और कहा कि  धीरज रखे आपके साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा. इसके बाद किसान वसुंधरा राजे का साथ देख शांत हुआ.


वसुंधरा के सामने फूट फूटकर रोया किसान


दरअसल, वसुंधरा राजे घड़साना में चुनावी सभा को संबोधित करने के बाद मंच से नीचे उतर रही थी. तभी अचानक एक किसान मंच के समीप पहुंच और वसुंधरा को देख फूट-फूट कर रोने लगा. जैसे ही वसुंधरा ने उस किसान को देखा किसान एक बार फिर बिफर कर रोने लगा. इस पर वसुंधरा राजे अपने आप को रोक नहीं पाई और उस किसान के पास पहुंच उसकी पीड़ा जानने लगी.


वसुंधरा ने सबसे पहले किसान से उसका नाम पूछा और रोने का कारण जानना चाहा.  किसान ने अपना नाम महावीर बताया. साथ ही अपनी पीड़ा सुनाया.  बताया कि हमारे पास 9 बीघा जमीन है. पहले उसे खेती और सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलता था.


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 लेकिन कांग्रेस सरकार में उसे सिर्फ दो बीघा जमीन पर ही सिचाईं के लिए पानी दिया जा रहा है.  इस मामले को लेकर उसने तीन बार केस लड़कर और जीता भी, लेकिन फिर भी उसकी समस्या जस की तस बनी हुई है. किसान ने बताया कि उसे सिंचाई और पीने के लिए पानी के लिए 3 किलोमीटर दूर तक का सफर करना पड़ता है. फिर उसके परिवार की प्यास बुझती है.


अधिकारी के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी


किसान की दरियादिली देखिए, उसने एक बीघा जमीन स्कूल को दान की थी, जहां वृक्षारोपन किया गया, लेकिन वह भी पानी के अभाव में वे पेड़ सूख गए. इस मामले को लेकर तीन बार केस लड़कर जीत भी दर्ज की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. बार- बार उसने समस्या सुनाई लेकिन कोई भी अधिकारी उसकी बात सुनने को राजी नहीं. 


ये सब सुनाते- सुनाते किसान वसुंधरा राजे के सामने फूट-फूट कर रोने लगा. इस पर वसुंधरा ने उस किसान को संभालते हुए कहा कि आपकी समस्या का हल अब होगा. वसुंधरा राजे ने पूर्व मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को बुलवाया और किसान महावीर की  समस्या को नोट कर समाधान करवाने की बात कह रवाना हो गई.