Raisinghnagar, Sri Ganganagar News: आईजीएनपी में 21 मार्च से प्रस्तावित बंदी के विरोध में किसानों ने समेजा में बैठक कर बंदी के विरोध में प्रस्ताव पास कर समूह की नहरों में एक बारी पानी देने की मांग की है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस मौके पर कॉमरेड श्योपत मेघवाल ने कहा कि राज्य सरकार और सिंचाई विभाग का 21 मार्च से आंशिक बंदी के नाम पर रेगुलेशन सस्पेंड करने का निर्णय प्रथम चरण की खेती के लिए हानिकारक प्रभाव डालेगा. उन्होंने कहा कि पोंग डैम में 1338 फीट पानी होने के बावजूद आईजीएनपी में गेंहू पकाव के लिए पूरा पानी नहीं देना सरकार की किसान विरोधी मंशा को साबित करता है. 


यह भी पढ़ें- Udaipur में सगे भतीजों ने चाचा के साथ खेली खून की होली, घर में भगा-भगाकर मारी तलवार


पूगल, आरजेडी और सूरतगढ़ शाखा के किसानों को पानी की जरूरत है. वहीं किसानों की बारी काटने और अर्थदंड लगाने की चेतावनी से सीधे सीधे किसानों में आक्रोश बढ़ा है. मेघवाल ने कहा कि वे किसी भी सूरत में किसानों की फसलें बर्बाद नही होने देंगे.


किसान आंदोलन का सहारा लेंगे
किसानों ने समेजा में बैठक कर बंदी के विरोध में प्रस्ताव पास कर आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि 15 मार्च को जल उपभोक्ता संगम के अध्यक्ष और किसान विजयनगर सिंचाई विभाग के कार्यालय पर एकत्र होंगे यदि उसके बाद भी सिंचाई पानी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो किसान आंदोलन का सहारा लेंगे.


यह भी पढ़ें- दूध लेने गई लड़की से दुष्कर्म, पुलिस को इनकार, फिर मिली किए की सजा


 


ये लोग रहे उपस्थित
इस दौरान समेजा नहर के चेयरमैन रघुवीर सिंह, बलकार सिंह, अमरजीत सिंह, उप सरपंच पलविंद्र सिंह, पुगल नहर के अध्यक्ष भूपराम भांभू, श्री विजयनगर पंचायत समिति प्रधान प्रतिनिधि गुरमीत कंडेरा, गोपाल सहारण, जगराज सिंह, डायरेक्टर पृथ्वीराज बुडानिया, ग्राम सेवा सहकारी समिति अध्यक्ष मनजीत सिंह भुल्लर, मिनी लाल, किसान सभा के समाचार जॉन प्रभारी मंगल सिंह रंधावा रमेश पूनिया, जगदीश छींपा, सोहनलाल चौटाला, चानन नायक, अमित ढाका, सुभाष सैन, राजेंद्र भुल्लर, वेदप्रकाश, भागीरथ पूनिया, कारज सिंह सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे.