Sri ganganagar News: अक्सर आपने संत-महात्माओं और बड़े-बुजुर्गों को कहते सुना होगा कि जब कोई बच्चा अपनी मां के गर्भ में होते हैं तो वह भगवान से हमेशा एक सवाल करते हैं कि भगवान...आप मुझे 9 महीने बाद छोड़ देंगे. जिस धरती पर आप भेज रहे हैं, मैं वहां किसी को नहीं जानता. फिर मैं कैसे उन लोगों के साथ रह पाउंगा. कौन आपकी तरह मेरा ख्याल रखेगा? कौन मुझे आपकी तरह प्यार करेगा?


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बच्च के इस सवाल पर भगवान कहते हैं कि मैं तुम्हारे साथ तो नहीं आ सकता हूं लेकिन धरती पर मैंने अपना एक रूप पहले से भेज रखा है. तुम उसे मां कहोगे और वो तुम्हें मुझसे भी ज्यादा लाड़-प्यार करेगी और तुम्हारा ख्याल रखेगी....कहते हैं कि इस दुनिया में बच्चों को मां से बढ़कर कोई प्यार नहीं कर सकता लेकिन जरा उन जुड़वा नवजातों के बारे में सोचकर देखिए, जिन्होंने ठीक से आंखें तक न खोली और उनकी मां हमेशा-हमेशा के लिए उनसे दूर चली गई.



वो तो जाना भी नहीं चाहती होगी लेकिन एक निजी अस्पताल की महिला डॉक्टर की बेरहमी और लापरवाही ने उसकी जान ले ली. ऐसा आरोप है कि श्रीगंगानगर के निजी अस्पताल की एक डॉक्टर ने प्रसूता के पेट पर 'मुक्का' मारा था. इसी के चलते उसकी जान चली गई. डॉ. सुनिता सिहाग पर प्रसूता प्रिया के पेट पर मुक्का मारने का आरोप है. इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया और परिजनों से जमकर प्रदर्शन किया.



परिजनों के साथ-साथ बाकी लोगों ने तो प्रसूता प्रिया के हत्यारों को फांसी देने की मांग कर डाली. बताया जा रहा है कि प्रसूता प्रिया ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था. इसके बाद अगले ही दिन उसके पेट में असहनीय दर्द होने लगा था. इसके बाद उसे निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. यहां पर डॉक्टर सिहाग पर प्रिया के पेट पर मुक्का मारने का आरोप है. 



राजस्थान के श्रीगंगानगर का प्रसूता के पेट पर मुक्का मारकर हर कोई हैरान है. लोगों को यकीन नहीं हो रहा है कि जिन डॉक्टर्स को लोग 'धरती का भगवान' कहते हैं, वह ऐसा घिनौना काम कर सकते हैं.



उनकी बात छोड़िए, अब बात आती है नवजातों के पिता पर, जिनके दिल में हर समय एक ही चिंता बनी है कि कैसे मैं अपने बच्चों को उनकी मां के बिना पालूंगा? बच्चों के बारे में बात करते हुए मृतका प्रसूता के पति की आंखों में आंसू आ जाते हैं. वहीं, प्रसूता की मौत के मामले में FIR दर्ज न होने की बात भी सामने आ रही है.