Rajasthan Politics: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और टोंक विधायक सचिन पायलट टोंक दौरे पर रहे. जहां टोंक पंचायत समिति की बरौनी पंचायत से उन्होंने दौरे की शुरुआत करते हुए ग्रामीणों की जनसमस्याओं को सुना.


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इस दौरान उन्होंने कहा, '' सरकार का पहला साल जनता को किए वादे और उनकी उम्मीदों को पूरा करने के लिए होता है लेकिन BJP सरकार एक साल के कार्यकाल में किसानों की मांगें और बेरोजगारों को रोजगार सहित अन्य मुद्दों पर विफल रही. सरकार का रवैया समझ से परे है.



प्रधानमंत्री के राजस्थान दौरे के दौरान ERCP की शुरुआत किए जाने की अटकलों पर कटाक्ष करते हुए पायलट ने कहा, ''राजस्थान, मध्य प्रदेश और केंद्र में भाजपा की सरकारें है लेकिन ERCP को लेकर कोई भी डॉक्यूमेंट जनता के सामने नहीं रखा गया. इसमें जो समझौता हुआ है उसको लेकर कोई भी जानकारी किसी को नहीं है.



किसानों के आंदोलन का सरकार के पास कोई समाधान नहीं है लेकिन एक जो मुद्दा है है जिस पर सरकार तेजी से काम करती है मंदिर, मस्जिद, खोदना, पता लगाना. इसमें होने जाने वाला कुछ नहीं है लेकिन सुर्खियां बनेगी और मुद्दों से ध्यान भटक जाएगा.



इन्हें मूंगफली और मूंग की खरीद को लेकर उन्हें कोई चिंता नहीं है किसान आज भी आत्महत्या कर रहा है. महिलाएं असुरक्षित है.''



जोधपुर हत्याकांड का जिक्र करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि सरकार का इनपर ध्यान नहीं है. कुछ ताकते हैं इस देश में जो की चाहती है कि धीमी आंच पर मामले सुलगते रहें. देश में कौमी, मजहब के मुद्दों पर और मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारा के नाम पर कहीं ना कहीं कुछ ना कुछ होता रहे.



सचिन पायलट ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा,'' देश की संसद ने 1991 में एक कानून पारित किया था. देश की आजादी के बाद जो धार्मिक स्थल है उन्हें यथावत रखा जाएगा, लेकिन लोअर कोर्ट्स में ऐसे घटनाक्रम सामने आए हैं. जहां लोगों में बेवजह तनाव पैदा हो रहा है. चाहे वो सम्भल का मामला हो या अजमेर का…



देश में ऐसी ताकते हैं जो जान बुझकर चाहती हैं कि जनता का ध्यान, किसान बेरोजगारी और महंगाई से हटा कर ऐसे मुद्दों की तरफ आकर्षित किया जाएं. संभल में बेवजह निर्दोष लोगों की मौत हुईं , कोई ना कोई इसके लिए जिम्मेदार है. लोगों को बांटने वाली ताकतों से हमें परहेज करना होगा.



भाजपा की राजनीति ध्रुवीकरण पर टिकी हुईं है. भाजपा के लोग हमेशा कुछ ना कुछ सुलगाने की कोशिश करते रहते हैं. अगर आप देश में यह मुहिम छेड़ दें, कि हमें धर्म स्थल ,मकानों को खोदना है और उसके नीचे क्या निकलेगा यह देखना है तो इसका कोई अंत नहीं है.''



राजस्थान उपचुनाव में दौसा में जीत को लेकर उन्होंने कहा कि दौसा में सरकार ने सारे हथकंडे अपनाए. इसके बावजूद हम वहां चुनाव जीते. लोगों ने हमें पसंद किया, लेकिन हम जहां चुनाव नहीं जीत पाए वहां संगठन भी देख रहा है कमेटियां भी बनी हैं. हम लोग सही समय पर सही कार्रवाई करेंगे.