Rajasthan News: टोंक जिले के नगरफोर्ट में 29 दिसंबर को निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की रिहाई को लेकर महापंचायत का आयोजन होगा. सरपंच संघ अध्यक्ष मुकेश मीणा और संघर्ष समिति की और से तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. उपखंड अधिकारी द्वारा महापंचायत की सशर्त स्वीकृति भी जारी कर दी गई है.


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महापंचायत सुबह 11 बजे से शाम 4 तक की आयोजित की जा सकेगी. शांतिपूर्ण तरीके से इस महापंचायत को करने के निर्देश भी दिए गए हैं. अध्यक्ष मुकेश मीणा ने बताया कल 29 दिसंबर को सर्व समाज के लाखों लोग नगरफोर्ट में महापंचायत में शामिल होंगे.



इसको लेकर कांग्रेसी नेता प्रहलाद गुंजल भी लगातार गांव गांव नुक्कड़ सभाएं कर आमजन को महापंचायत में शामिल होने की अपील कर रहे हैं. महापंचायत को लेकर टोंक पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने भी पूरी तैयारियां कर ली है.



टोंक सहित पड़ोसी जिलों से पुलिस जाब्ता मंगवाया गया है. RAC जवानों के साथ चप्पे-चप्पे पर पुलिस के हथियारबंद जवानों की तैनाती की है. जिले की सभी बार्डर के पुलिस थानों पर नाकाबंदी कर वाहनों की जांच और व्यक्तियों की तलाशी की जाएगी.



वाहनों में किसी भी प्रकार के हथियारों की तलाशी भी की जाएगी. पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने आमजन से अपील करते हुए कहा है कि महापंचायत में किसी के भी दबाव में शामिल नहीं हों. जो भी व्यक्ति इस महापंचायत में शामिल हो कानून की अवेहलना नहीं करें. कानून व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का सहयोग करें.



बता दें कि देवली उनियारा विधानसभा उपचुनाव में 13 नवंबर को मतदान के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एरिया मजिस्ट्रेट व मालपुरा उपखंड अधिकारी अमित चौधरी पर समरावता गांव में मतदान करवाने का आरोप लगाकर थप्पड़ जड़ दिया था. इसके बाद जब देर शाम मतदान समाप्त हुआ तो इसके बाद उपद्रवियों ने गांव में पथराव कर वाहनों में आगजनी कर दी थी. पुलिस जवानों और अधिकारियों पर भी पथराव कर दिया था.



इस आगजनी और पथराव में कई दोपहिया और चार पहिया वाहन जलकर राख हो गए थे. साथ ही कई पुलिसकर्मी और ग्रामीण घायल हो गए थे. इसके बाद 14 नवंबर को नरेश मीणा को समरावता गांव से भारी पुलिस जाब्ते के साथ गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद करीब 40 उपद्रवियों को भी गिरफ्तार किया गया था.