टोंक न्यूज: सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं में शामिल चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना का नाम बदल कर भले ही मुख्यमंत्री आयुष्मान रख दिया गया हो लेकिन महज नाम बदले जाने से टोंक के सआदत अस्पताल में इस योजना के हालात नहीं बदल पाए हैं.


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टोंक जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सआदत अस्पताल में इन दिनों मरीजों की मुश्किलें बड़ी हुई है. अस्पताल में बीमा कम्पनी द्वारा किए ऑडिट में पाई गई गड़बड़ियों के बाद से अब तक बीमा पोर्टल को सुचारु नहीं किया गया है. जिसके चलते सरकारी अस्पताल में अपना इलाज कराने आने वाले मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. 


अस्पताल में ऑर्थोपेडिक इम्प्लांट सहित अन्य ऑपरेशन में मरीजों को पोर्टल बंद होने के चलते मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. हालात यह हैं कि मरीज अब अपने इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों का रुख कर रहे हैं.


16 दिसम्बर से बंद पड़े बीमा पोर्टल को शुरू कराने में अस्पताल प्रबंधन भी कोई गंभीरता नहीं दिखा रहा. जिसका सीधा सीधा असर अस्पताल में आने वाले मरीजों पर पड़ रहा है. सआदत अस्पताल जिले का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है. जिसका आउट डोर 2 हजार से लेकर 2500 मरीजों तक का है. ऐसे में पोर्टल बंद होने के कारण मरीज परेशान है. हालांकि मामले को लेकर अस्पताल के जिम्मेदार अफसरों का अपना अलग ही तर्क है. वो दूसरी सरकारी योजनाओं का नाम लेकर मरीजों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होने की बात कह रहे हैं.