मालपुरा: स्कूल में शिक्षकों के लेट आने पर गुस्साए ग्रामीण, छात्रों के साथ मिलकर विद्यालय के गेट पर जड़ा ताला
Malpura: टोंक जिले के मालपुरा उपखंड के नगर ग्राम पंचायत स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों के लेट आने पर आक्रोशित ग्रामीणों और विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने आज मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया.
Malpura: राजस्थान के टोंक जिले के मालपुरा उपखंड के नगर ग्राम पंचायत स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों के लेट आने पर आक्रोशित ग्रामीणों और विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने आज मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया. लेट आने पर शिक्षिका को जब ग्रामीणों ने विद्यालय में अंदर जाने से रोका तो शिक्षिका ने ग्रामीणों के साथ अभद्र व्यवहार किया.
आक्रोशित ग्रामीण उच्च अधिकारियों को मौके पर बुलाने के लिए अड़ गए. सूचना मिलते ही पचेवर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची. सरपंच प्रतिनिधि राजू सिंह मौके पर पहुंचे तो विद्यालय के प्रधानाचार्य और शिक्षिका ने सरपंच के प्रतिनिधि के साथ भी अभद्र व्यवहार किया.
इस पर सरपंच प्रतिनिधि सहित ग्रामीण आक्रोशित हो गए और विद्यालय के मुख्य द्वार पर धरना देकर बैठ गए और मामले की शिकायत जिला कलेक्टर चिन्मय गोपाल को की. दो घंटे बाद एबीईईओ श्योजी लाल बैरवा मौके पर पहुंचे और विवाद की जानकारी लेते हुए ग्रामीणों से वार्ता करते हुए समझाइश की और शिक्षकों को समय पर आने के लिए पाबंद किया. आपसी समझाइश में 10 बिंदुओं पर फैसला हुआ.
जिसमें एबीईईओ श्योजीलाल बैरवा, शिक्षा समिति अध्यक्ष किशन लाल बैरवा, जिला परिषद सदस्य, सरपंच किस्मत कंवर राजू सिंह, प्रधानाचार्य जगदीश सिंह आवड़ा नवल टेलर के मध्य हुई सहमति में सभी शिक्षकों के विद्यालय समय पर आने, विद्यालय समय में इन्टरवेल के अलावा कोई भी विद्यार्थी बस स्टैंड पर घूमते हुए नजर नहीं आने, किसी भी विद्यार्थी के छुट्टी मांगने पर अभिभावक से बात कर, सन्तुष्ट होने, प्रार्थना पत्र और रजिस्टर में मेन्शन उपरान्त घर भेजने हेतु अनुमति प्रदान करने, बालिकाओं के मामले में विशेष सतर्कता बरतने, किसी भी विद्यार्थी के पास मोबाइल नहीं होने पर सहमति हुई.
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इसके साथ ही विद्यार्थियों को विद्यालय में उपलब्ध खेल सामग्री से खेलने हेतु सामान देने, विद्यालय में अभिभावक/जन प्रतिनिधि के आने पर उचित मान-सम्मान देने के साथ मर्यादित भाषा का प्रयोग करने, विद्यालय में विद्यालय स्टाफ प्रधानाचार्य की अनुमति से विद्यालय समय के बाद उपस्थित हो सकने, विद्यालय समय उपरान्त चौकीदार के अलावा कोई भी व्यक्ति अनाधिकृत रूप से विद्यालय में उपस्थित नहीं होने, विद्यालय के प्रधानाचार्य की उपस्थिति में अन्य स्टाफ साथी विद्यालय की किसी स्थिति/विषय/मामले में कोई टिप्पणी नहीं करने, विद्यालय में अनुशासन के लिए समस्त शिक्षक और प्रधानाचार्य द्वारा वातावरण बनाने की सहमति हुई.
Reporter: Purshottam Joshi
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