टोंक न्यूज: झारखंड में तैनात सीआरपीएफ जवान के शनिवार को ड्यूटी के दौरान सुसाइड करने के बाद रविवार शाम उनका शव गांव पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया. रविवार शाम करीब छह बजे गमगीन माहौल में उसे झारखंड से आई सीआरपीएफ टीम ने गार्ड ऑफ ऑर्नर देकर 11 तोपों की सलामी दी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बाद में उसका राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया. उसके बाद बेटे ने मुखाग्नि दी.घाड़ थाना क्षेत्र के ज्योतिपुरा निवासी जगदीश प्रसाद मीना CRPF में झारखंड के केकरांग पिकेट में तैनात थे. CRPF सूत्रों के अनुसार जगदीश ने शनिवार सुबह ड्यूटी के दौरान करीब साढ़े छह बजे अपनी राइफल से गोली चलाकर आत्महत्या कर ली थी. आत्महत्या के कारणों का पता नहीं लगा है. मौके पर कोई सुसाइड नोट भी सामने नहीं आया है. शाम करीब 5 बजे जैसे झारखंड से राजकीय वाहन में जगदीश का शव उसके घर लेकर आए तो परिवार में कोहराम मच गया. बाद में 11 तोपों की सलामी देकर राजकीय सम्मान से उसका अंतिम संस्कार किया गया.


इस दौरान कमांडेंट राहुल कुमार, शव के साथ जयपुर से आए अधिकारी एवं सेना के जवान, घाड़ थाना प्रभारी प्रभाती लाल मीणा, देवली उपप्रधान महादेव मीणा समेत सैकड़ों लोग मौके पर मौजूद रहे. इस दौरान जगदीश मीना अमर रहे के भी नारे लगाए गए.


20 दिन पहले ही छुट्टियां खत्म होने पर गए थे ड्यूटी पर


ग्रामीणों ने बताया कि 2003 में सेना में कॉन्स्टेबल पद पर भर्ती हुआ था. गत दिनों उसने स्वैछिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया था. बताया जा रहा था कि सितंबर माह में उनका रिटायरमेंट था. गत दिनों छुट्टियां बिताकर परिवार से हंसी खुशी वापस ड्यूटी पर लौटे थे. परिजनों ने भी सपने में भी नहीं सोचा था कि अब उसका शव आाएगा. उसके दो नाबालिग बेटा-बेटी हैं.


ये भी पढ़ें-


कपूर के गोली ऐसे करेगी जुकाम और सर्दी में मदद, जड़ से मिटेगा


क्या सिगरेट पीने से आती है नपुंसकता, जानिए सटीक जवाब