Rajasthan News: देशभर में हर कोई जब घर के बाहर निकलता है, तो सुबह के साथ शाम के खाने के लिए अच्छी होटल की तलाश कर पहचान करता है. साथ ही हर किसी की धार्मिक भावनाओं का भी ख्याल रखा जाता है, लेकिन राजस्थान के टोंक जिले में जयपुर-कोटा- हाईवे 52 किनारे बनी होटल शीतल में आज प्रबंधकों ने जमकर मखौल उड़ा दिया.


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नियमों की उड़ाई जा रही धज्जियां 
दरअसल, होटल शीतल में आज खाद्य निरीक्षक दल टोंक की टीम में औचक छापेमारी कर कार्रवाई की. इस दौरान में होटल की रसोई में होटल प्रबंधकों द्वारा आमजन की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ तो किया ही जा रहा था. साथ ही नियम कायदों का भी मजाक बनाया जा रहा था. खाद्य निरीक्षक सत्यनारायण गुर्जर ने बताया कि जब टीम ने होटल की रसोई का औचक निरीक्षण किया, तो वेज और नॉनवेज एक ही जगह रखा हुआ था. साथ ही रसोई में गंदगी भी फैली हुई थी. इतना ही नहीं होटल में ड्रेस कोड की भी पालना नहीं की जा रही है. हद तो तब हुई जब होटल मालिक ने साल 2019 से अब तक खाद्य अनुज्ञा पत्र भी नहीं बनवा रखा था. 


विभागीय अधिकारियों को भेजी जाएगी सर्वे रिपोर्ट 
खाद्य निरीक्षक सत्यनारायण ने बताया कि होटल के स्टाफ का ना, तो मेडिकल चेकअप करवा रखा था और ना ही यहां सप्लाई किए जा रहे पानी का शुद्धता प्रमाण पत्र बनवा रखा था. होटल प्रबंधक द्वारा बरती जा रही यह लापरवाही होटल में आने वाले ग्राहकों के लिए किसी खतरे से कम नहीं है. इस लापरवाही को लेकर आलाधिकारियों को रिपोर्ट की गई है. पूरी होटल का निरीक्षण कर सर्वे रिपोर्ट विभागीय अधिकारियों को भेजा जाएगा. साथ ही होटल प्रबंधन के खिलाफ जुर्माने के साथ सख्त एक्शन लिया जाएगा. 


इस होटल में खाना खाने ठहरते हैं कई नेता 
आपको बता दें कि इस होटल पर प्रबंधन द्वारा शुद्धता का दावा किया जाता रहा है, लेकिन आज जिला मुख्यालय पर खाद्य सुरक्षा निरीक्षक और अधिकारियों की नाक के नीचे चल रहे बिना रजिस्ट्रेशन के इस होटल के बाद कई सवाल खड़े हो रहे है. हद तो यह है कि इस होटल पर आए दिन बड़े विभागीय अधिकारियों के साथ निर्वाचित जनप्रतिनिधि, मंत्रीगण, विधायक तक खाना खाने के लिए ठहरते है, लेकिन पिछले 5 सालों में कभी विभागीय अधिकारियों को इस होटल पर कार्रवाई करने की याद तक नहीं आई. 


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