Tonk news: राजस्थान सहित देश भर में लीज पट्टों की आड़ में रसूखदारों की मनमानी और अफसरों की मेहरबानी वैसे ही जगजाहिर है. लेकिन कभी आमजन की समस्याओं पर ना तो विभागीय अधिकारियों ने एक्शन दिखा,  ना ही लीज धारकों पर कोई कार्रवाई हुई है. राजधानी जयपुर से करीब 150 किमी दूर टोंक जिले में मालपुरा के डूंगरीकला ग्राम पंचायत क्षेत्र में जारी पत्थरों के ब्लाक की लीज पिछले कई सालों से ग्रामीणों के लिए नासूर बनी हुई है. खनिज विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारियों की मेहरबानी के चलते लीज धारक जमकर मनमानी कर रहे है. हालात यह है कि ब्लाक्स के लिए खान में किए जा रहे ब्लास्ट से गांव के दर्जनों मकानों की दीवारों में दरारे आ गई है जिससे ग्रामीण दहशत में है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अवैध विस्फोटों से दीवारों में दरक
टोंक जिले के मालपुरा में डूंगरीकला ग्राम पंचायत के सैकड़ों ग्रामीणों की है. जहां लीज धारक के अवैध विस्फोटों से मकानों की दीवारें दरक गई है. आम रास्तों पर धूल के गुब्बार उड़ने से लोग टीबी जैसी जानलेवा बिमारी के मरीज हो गए है. लेकिन टोंक के खनिज विभाग के मनमौजी अफसर मजाल है कि अपने एसी कमरों से निकल कर ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान कर सके. ग्रामीणों की पीड़ा से सिर्फ ऐसा लगता है कि यह सरकार की चाकरी नहीं लीज धारकों की गुलामी के लिए ही दफ्तरों में बैठे है. सरपंच शंकरलाल भडाना ने बताया कि लीज धारक सांठगांठ से लीज आवंटित करवा लेते हैं तथा नियमों की अवहेलना करते हैं नियमों के तहत प्रतिवर्ष 3 हजार पौधे लगाए जाने होते हैं। 


धूल के गुबार से अधिकारी बेसुध
मार्ग में बार-बार पानी का छिड़काव करना होता है लेकिन किसी भी नियम की पालना नहीं की जा रही है. इसके चलते वाहनों की आवाजाही से धूल के गुबार उड़ने से कई प्रकार की बीमारियां फैल रही है ग्रामीणों में टीबी जैसे भयानक रोग फैल रहे है. टोंक जिले में खनिज विभाग की अधिकारियों की लीज धारकों पर मेहरबानी इन दिनों आमजन के जी का जंजाल बनता हुआ नजर आ रहा है. टोंक जिला मुख्यालय से लेकर गांव-ढाणी तक में जारी अवैध खनन और लीज की आड़ में मनमानी पर खनिज विभाग के अभियंता संजय शर्मा लाख शिकायतों के बाद भी अपने एसी कमरों से बाहर नहीं निकल रहे है.


गनीमत है कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ
जिसके चलते रसूखदार लीज धारक जमकर चांदी कूट रहे है और सरकार के राजस्व की चपत लगाने के साथ ही नियम कायदों की जमकर धज्जियां उडा रहे है. मालपुरा उपखंड के डूंगरीकला ग्राम पंचायत में स्वीकृत पत्थर के ब्लाक की लीज के संचालक और मालिक की मनममानी इस कदर भारी पड़ रही है कि पत्थर के ब्लाकों को स्वीकृत लीज इलाके के साथ ही गांव के चरागाह जमीन और आमरास्तों तक में ढेर कर दिया है. साथ ही ट्रोलों में परिवहन के दौरान भी सुरक्षा के इंतजाम नहीं होने से हादसे का खतरा बना हुआ है. कई बार ब्लाक्स ट्रोले से स्लीप होकर आमरास्तों में गिर चुके है. वो तो गनीमत है अब तक कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है.


ये भी पढ़ें- Banswara news: व्यापारियों पर बदमाशों की नजर, फिरौती और फायरिंग से जिना हराम, फुल एक्शन में पुलिस 


ग्रामीणों की पीड़ा के बाद भी खनिज विभाग के अधिकारी और राजस्व के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की तो उन्होने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि सब कुछ ऊपर से होता है. लेकिन ऑन कैमरा कुछ बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए. अब उम्मीद है कि सूबे के मुख्यमंत्री इन ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के लिए निर्देश देंगे. ताकि इनकी समस्याओं का समाधान हो सके.