Udaipur: आज भाई दूज का त्योहार मनाया जाएगा. हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितिया तिथि पर भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है.


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यह पर्व भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है. बहनें अपने भाई के लिए व्रत रखती हैं और बहनें अपने भाई को तिलक लगातर उनकी रक्षा और भगवान से उनकी सुख-समृद्धि की कामना करती हैं. 


धार्मिक कथाओं के अनुसार सबसे पहले यमराज अपनी बहन यमुना के घर आए थे और यमुना ने यमराज को तिलक कर आरती उतारी थी. तब से ही ये परंपरा चली आ रही है. तो आइए भाई दूज का शुभ मुहूर्त और पूजा - विधि जानते हैं.


भाई दूज पर तिलक करने की विधि
इस दिन भाई को घर बुलाकर तिलक लगाकर भोजन कराने की परंपरा है.
भाई के लिए पिसे हुए चावल से चौक बनाएं.
भाई के हाथों पर चावल का घोल लगाएं.
भाई को तिलक लगाएं.
तिलक लगाने के बाद भाई की आरती उतारें.
भाई के हाथ में कलावा बांधें.
भाई को मिठाई खिलाएं.
मिठाई खिलाने के बाद भाई को भोजन कराएं.
भाई अपनी बहन को उपहार में जरूर कुछ दें.



भाई दूज के दिन शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त दोपहर 01 बजकर 12 मिनट से दोपहर 03 बजकर 27 मिनट तक रहेगा.
अवधि - 02 घंटे 14 मिनट