Chittorgarh: चित्तौड़गढ़ में साईं ऐस्ट्रो विजन सोसायटी की इकाई स्थापना की परिकल्पना उसी समय फलीभूत हो चुकी थी, जब साईं एस्ट्रो विजन सोसायटी के द्वारा प्रारम्भिक स्तर पर जनकल्याण किए जा रहे थे. चुनोती इस बात की थी बडे लक्ष्य ओर कार्य प्रारंभ करना जितना आसान है. वहीं इन कार्यों को निरंतर जारी रखते हुए उच्चता की और ले जाना उतना ही मुश्किल था.


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सोसायटी की बहुत ही छोटी टीम जिसमें संस्थापक अध्यक्ष डॉ. संजय गील, सुशील शर्मा, विपिन शर्मा, पुष्कर सोनी, कपिल ओझा, कमल चोखडा,सतपाल सिंह दुआ और भगवान तड़बा आदि सम्मिलित थे. जब एक सर्द रात को जरूरतमंदों को कम्बल वितरित कर रहे थे तो पाया कि सर्दी के कहर से ज्यादा दर्द भूखे पेट सोना है. एक संकल्प के साथ प्रारंभ हुआ जरूरतमंदों के लिए निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराने का महाअभियान जो आज भी अनवरत जारी रहते हुए जरूरतमन्दों को निःशुल्क भोजन साईं प्रसादम के नाम से संचालित है.


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अभी निःशुल्क भोजन वितरण प्रारम्भ हुआ ही था कि कोरोना के प्रथम काल की विपरीत परिस्थितियों में जन सेवा का अवसर मिला और सोसायटी द्वारा साईं प्रसादम ने स्थानीय जन के दिलों में जगह ऐसी बनाई की आज 3200 से अधिक मेवाड़वासी परिवार समर्पण और सहयोग की भावना के साथ जुड़ चुके है. एक कारवां बन चुका है. जन्मोत्सव हो या पुण्यतिथि, हर कोई सहयोग की अभिलाषा से निर्धन वर्ग को भोजन उपलब्ध कराने के लिए सोसायटी से जुड़ रहे हैं.


वर्तमान में सोसायटी द्वारा रक्तप्रदाता समूह, अनाथों को सम्बल और सहायता, निःशुल्क ज्योतिष परामर्श, निःशुल्क भोजन, गीत संगीत के कार्यक्रम आयोजित कर नवोदित प्रतिभाओं को अवसर प्रदान करने के साथ ही नारी पुनरुत्थान, पर्यावरण संरक्षण आदि कार्य भी किये जा रहे हैं. सोसायटी की आगामी योजनाओ में वंचित वर्ग को स्वरोजगार प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाना प्रमुख है.


Reporter- Deepak Vyas