पिता ने अपनी तीन बच्चियों को जहर देकर खुद भी निगला, पत्नी की इस हरकत से था नाराज
उदयपुर के भीण्डर थाने के हींता गांव में पति-पत्नी की बीच हुए झगड़े से 2 वर्ष की मासूम को अपनी जान गंवानी पड़ गई. भीण्डर पुलिस ने मामला दर्ज करके 2 वर्ष की मासूम का पोस्टमार्टम करवा करके शव परिजनों को सौंप दिया.
Vallabhanagar: उदयपुर के भीण्डर थाने के हींता गांव में पति-पत्नी की बीच हुए झगड़े से 2 वर्ष की मासूम को अपनी जान गंवानी पड़ गई. भीण्डर पुलिस ने मामला दर्ज करके 2 वर्ष की मासूम का पोस्टमार्टम करवा करके शव परिजनों को सौंप दिया.
भीण्डर के निकट हींता गांव में एक खेत पर काम करने वाले वरनोदा (मोतिदा) गांव निवासी देवीलाल पिता भूरालाल रावत अपनी पत्नी रेखा रावत और तीन पुत्रियां कुसुम-किरण(5) जलकी (2) के साथ रहता था. 5-7 दिन पहले देवीलाल और पत्नी रेखा के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया, जिससे नाराज होकर रेखा रावत अपने पीहर जुड़ चली गई. 27 मई शाम को देवीलाल रावत ने आइसक्रीम में जहर मिलाकर तीनों बच्चियों को खिला दिया और अंत में खुद ने भी खा लिया. जिस पर आसपास के लोगों को पता चला तो उन्होंने तुरन्त चारों को उदयपुर एमबी चिकित्सालय भिजवाया. वहां पर इलाज के दौरान 2 वर्ष की जलकी की मौत हो गई.
वहीं, देवीलाल की पत्नी रेखा को घटना की जानकारी मिलने के बाद अपने पति के मोबाइल पर फोन करने पर उदयपुर हॉस्पिटल में से किसी बात करके बताया तो वह अपने परिजनों के साथ उदयपुर पहुंची. जहां पर शाम को 2 वर्ष की बच्ची की मौत हो गई, जिस पर रेखा रावत ने भीण्डर पुलिस थाने में रिपोर्ट दी. जिस पर थानाधिकारी देवेन्द्र सिंह देवल उदयपुर पहुंच करके मृतक 2 वर्षीय जलकी का पोस्टमार्टम करवा करके शव परिजनों को सौंपा. वहीं, देवीलाल व अन्य दोनों बच्चियों का इलाज जारी है. हालांकि इलाज चलने की वजह से देवीलाल बयान देने में असमर्थ था, इसलिए जहर खाने का प्रमुख कारण पता नहीं चल पाया है. प्रथम दृष्टया पति-पत्नी के बीच झगड़ा ही कारण माना जा रहा है.
जुड़वा बच्चियां बच गई, जलकी ने गंवा दी जान
देवीलाल और रेखा के तीन बच्चियां थी. जिसमें कुसुम और किरण जुड़वा पैदा हुई थी. इन दोनों की उम्र 5 वर्ष है. वहीं, 2 वर्ष पहले जलकी हुई. तीनों बच्चियां खुशी से रह रही थी, लेकिन माता-पिता के झगड़े से 2 वर्ष की जलकी को अपनी जान गंवानी पड़ी. घटना की जिसको भी जानकारी मिली सभी गमगीन हो गए.
Reporter- Avinash Jagnawat