उदयपुर: लेकसिटी में गांधीवादी विचारक बोले, जन-जन में जागृत हो गांधी का दर्शन
समारोह को संबोधित वरिष्ठ गांधीवादी विचारक कुमार प्रशांत ने कहा कि वर्धा से गांधी मार्ग पुस्तक प्रकाशित होती है और यह पुस्तक हर व्यक्ति तक पहुंचे, जिससे कि गांधी के विचारों का प्रचार-प्रसार हो.
Udaipur: राजस्थान के उदयपुर में शांति और अहिंसा निदेशालय की ओर से आयोजित हो रहे तीन दिवसीय गांधी दर्शन आवासीय प्रशिक्षण शिविर का बुधवार को समापन हुआ. उदयपुर के महाराणा प्रताप कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय सभागार में आयोजित हुए. समापन समारोह में वक्ताओं ने महात्मा गांधी के जीवन मूल्यों पर अपने विचार रखें और जन-जन में गांधी दर्शन को जागृत करने की बात कही.
यह भी पढ़ें- उदयपुर में अहिंसा मार्च, शांति की राह पर लौटी लेकसीटी
प्रार्थना सभाओं का नियमित रूप से करें आयोजन-कुमार प्रशांत
समारोह को संबोधित वरिष्ठ गांधीवादी विचारक कुमार प्रशांत ने कहा कि वर्धा से गांधी मार्ग पुस्तक प्रकाशित होती है. यह पुस्तक हर व्यक्ति तक पहुंचे, जिससे कि गांधी के विचारों का प्रचार-प्रसार हो. उन्होंने सभी को गांधी दर्शन और विचारों को अपनाने के लिए प्रेरित किया. प्रशांत ने कहा कि वार्तालाप के दौरान हमेशा सामने वाले को अच्छे से सुनें और फिर अपनी बात कहें। उन्होंने कहा कि हर सप्ताह कम से कम दस लोगों से मिले और नियमित प्रार्थना सभा का आयोजन कर गांधी के विचारों को प्रचारित करें.
महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी कार्य करेगा निदेशालय-मनीष शर्मा
शांति और अहिंसा निदेशालय के निदेशक मनीष शर्मा ने समापन समारोह का संचालन किया और गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में विभाग महिला सशक्तिकरण पर भी कार्य करेगा. अनुजा निगम आयोग अध्यक्ष और राज्यमंत्री डॉ. शंकर यादव ने गांधी दर्शन की वर्तमान प्रसंगों में आवश्यकता पर प्रकाश डाला और युवा पीढ़ी को इसे आत्मसात करने का आह्वान किया. आरपीएससी के पूर्व अध्यक्ष प्रो. बीएम शर्मा ने अपने वक्तव्य में सभी को गांधी के विचारों को जीवन में अपनाने की बात कही. शर्मा ने कहा कि हम सद्भाव और प्रेम भाव से रहते हुए लोकतंत्र के मूल्यों को बढ़ावा देना हमारा कर्तव्य है.
देश में सभी व्यक्तियों को समान स्वतंत्रता का अधिकार-प्रो सतीश रॉय
प्रो सतीश रॉय ने कहा कि भारतीय संविधान के प्रावधानों में सांप्रदायिक सदभाव की बात कही है और प्रत्येक व्यक्ति को धार्मिक स्वतंत्रता प्राप्त है. उन्होंने विभिन्न अनुच्छेदों के बारे में बताते हुए स्वतंत्रता के अधिकारों का उल्लेख किया और कहा कि हमारे देश में सभी धर्मों को समान अधिकार प्राप्त है. पंकज शर्मा ने आयोजन हेतु मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया. वर्धा से आए गांधी विचारक और प्रशिक्षक मनोज ठाकरे ने गीतों के माध्यम से राष्ट्रपिता गांधी के विचारों को बताया और समा बांधा.
संभागियों को प्रमाण पत्र किए वितरित
गांधी दर्शन शिविर के संभागियों को संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट और शांति और अहिंसा निदेशालय के निदेशक के हस्ताक्षर युक्त प्रमाण पत्र वितरित किए, इसके अलावा समापन से पूर्व मंच पर फोटो सेशन आयोजित हुआ, जिसमें संभागियों ने अतिथियों के साथ फोटो लिए. कार्यक्रम के दौरान सभी जिलों के संयोजकों को स्मृति चिंह अतिथियों द्वारा भेंट किए गए. इस मौके पर कलक्टर ताराचंद मीणा, राजेश पण्डिया, पंकज शर्मा, दिलीप नेभनानी आदि ने भी विचार व्यक्त किए.
अंतिम दिन हुए विभिन्न आयोजन
गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिन बुधवार को प्रार्थना, योग, व्यायाम, गांधी ग्राउंड से नगर निगम तक अहिंसा मार्च, समापन समारोह आदि का आयोजन हुआ. समापन समारोह तीन कालांश में आयोजित हुआ, जिनमें प्रशिक्षकों द्वारा गांधी दर्शन पर विचार प्रस्तुत किए गए. जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने अंतिम दिन समापन समारोह के दौरान मंच से सभी को उदयपुर आगमन के लिए धन्यवाद् ज्ञापित किया. कलेक्टर ने सभी से अपील कर कहा कि मुख्यमंत्री गांधीवादी विचारों के समर्थक हैं और गांधी के सपनों को साकार करने के लिए कई योजनाएं चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि योजनाओं को सफल करने के लिए हम सभी का कर्तव्य है कि इनका व्यापक प्रचार करें.
Reporter: Avinash Jagnawat