Udaipur: राजस्थान के उदयपुर के प्रतापनगर थाना इलाके में मछली ठेकेदार द्वारा तीन आदिवासी युवकों के साथ मारपीट करने और उन्हें नग्न कर वीडियो बना कर वायरल करने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. पुलिस ने अपनी कार्रवाई में आदिवासी युवकों से मारपीट करने वाले तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस पूछताछ में एक आरोपी ने चौकाने वाला खुलासा किया, जिसके कारण पूरा विवाद उपजा था. 


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प्रतापनगर थानाधिकारी दर्शन सिंह ने बताया कि पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए मछली ठेकेदार राजेंद्र सिंह उर्फ राजू बन्ना पुत्र महावीर सिंह निवासी डाबड़ी फतहपुर सीकर, नरेंद्र सिंह पुत्र जगत सिंह निवासी मटुन और हीरालाल पुत्र केसू लाल निवासी उदयसागर चौराहा प्रताप नगर को गिरफ्तार किया है. 


पुलिस पूछताछ में सामने आया कि गिरफ्तार आरोपी हीरालाल मछली ठेकेदार के पास काम करता था. करीब 8 माह पहले राजेंद्र सिंह ने आदिवासी युवकों के साथ मारपीट की थी तो उसका एक वीडियो बनवाया था. यह वीडियो हीरालाल के पास राजेंद्र के साथ ही के जरिए आया था, जिसे उसने अपने मोबाइल में सेव कर के रख दिया. कुछ समय बाद मछली ठेकेदार ने हीरालाल को नौकरी से निकाल दिया और किसी बात को लेकर उसका राजेंद्र उर्फ राजू के साथ झगड़ा हो गया था. 


इस पर राजेंद्र ने हीरालाल की पिटाई कर दी. इसी रंजिश के चलते उसने यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इसके बाद आवेश में आकर आदिवासी युवाओं ने जमकर उपद्रव मचाया और शुक्रवार को मछली ठेकेदार के गोदाम पर जाकर वहां जमकर तोड़फोड़ की और आगजनी कर दी. इस दौरान हीरालाल भी उपद्रवियों के साथ में था और लगातार उपद्रवियों को भड़काने का काम कर रहा था. हीरालाल प्रताप नगर थाने का हिस्ट्रीशीटर है. 


बताया जा रहा है कि करीब सात-आठ महीने पहले लालूराम पुत्र धोलाजी निवासी बिछड़ी नोहरा अपने साथी रामलाल पुत्र डालू निवासी टांक और नारू पुत्र पन्ना निवासी बिछड़ी नोहरा के साथ उदयसागर की पाल पर स्थित भेरुजी मंदिर के पीछे खड़ा था, जहां पर वह अपने साथियों के साथ झील में नहाने की तैयारी कर रहा था.


इसी दौरान पाल पर मछली की निगरानी करने वाला दल जीप में सवार हो कर मौके पर पहुंचा. दल के राजेंद्र सिंह और नरेंद्र सिंह सहित तीन युवक नीचे उतरे. उन्होंने लालूराम और उसके साथियों पर मछली चोरी करने का आरोप लगाते हुए गाली-गलौज शुरू कर दी. 


इसके बाद वे तीनों को पकड़कर अपने गोदाम पर लेकर गए, जहां तीनों आदिवासियों को के साथ में जमकर मारपीट की गई और उन्हें नंगा किया गया. इस दौरान उनका एक वीडियो भी बनाया गया था. करीब 5 दिन पहले वीडियो वायरल होने के बाद प्रतापनगर थाना पुलिस ने पीड़ितों से संपर्क कर मामला दर्ज किया था. थानाधिकारी दर्शन सिंह के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में हेड कांस्टेबल गोविंद सिंह, किशन सिंह, कांस्टेबल राजूराम, नागेंद्र और अचलाराम ने अहम भूमिका निभाई. 


Reporter- Avinash Jagnawat


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