Vallabhanagar: उदयपुर के भीण्डर उपखण्ड क्षेत्र के पीथलपुरा हवेली गांव के राजकीय शिक्षाकर्मी प्राथमिक विद्यालय में 8 दिन पहले मिड डे मिल के खाने में छिपकली गिर गई और बच्चे बीमार हो गये लेकिन इस मामले का खुलासा 8 दिन बाद 28 जुलाई गुरूवार को हुआ. शिक्षा विभाग ने आनन-फानन में एक शिक्षाकर्मी को एपीओ किया तो दूसरे को कारण बताओ नोटिस जारी किया. जिस दिन खाने में छिपकली गिरी उस दिन 12 बच्चे बीमार हुए थे. जिनका कानोड़ चिकित्सालय में इलाज भी करवाया गया लेकिन सवाल ये है कि बच्चों के स्वास्थ्य के साथ ऐसा खिलवाड़ करने वाले अध्यापकों को बचाने के लिए विभाग और अन्य क्यों लगे रहे हैं?


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या हुआ था मामला


भीण्डर उपखण्ड क्षेत्र के लूणदा ग्राम पंचायत के पीथलपुरा हवेली गांव में स्थित राजकीय शिक्षाकर्मी प्राथमिक विद्यालय में गत 20 जुलाई को बच्चों को मिड डे मिल में परोसे गये खाने में एक छिपकली मिली. जिसके बाद विद्यालय में हंगामा हो गया. तुरन्त बच्चों की जांच करवाई लेकिन उस दौरान किसी की तबीयत खराब नहीं हुई थी लेकिन 4 बजे के दौरान कुछ बच्चों की तबीयत खराब होने की सूचना मिली तो स्कूल के अध्यापक तुरन्त गांव से बच्चों को कानोड़ चिकित्सालय लेकर पहुंचे. यहां 12 बच्चे बजरंगदास, देवा, विशाल, रेशमा, अनिल, काजल, खुशी, यश, आरती, राजन, प्रकाशचंद, कुलदीप की तबीयत ज्यादा खराब होने पर इलाज करवाया गया.


इस मामले की जानकारी मिलने पर अगले दिन 21 जुलाई को भीण्डर सीबीईओ कार्यालय से भेरूलाल सालवी व पंकज वया जांच के लिए पहुंचे. विद्यालय में कार्यरत्त शिक्षाकर्मी शिवराज सिंह कृष्णावत मिड डे मिल के प्रभारी के रूप में जिम्मेदारी ले रखी थी और मिड डे मिल अपने घर से बनाकर विद्यालय लाते थे. उस दिन 19 बच्चों ने खाना खा लिया था उसके बाद बच्चों को दाल में छिपकली दिखाई दी. इस पर जांच टीम ने शिक्षाकर्मी शिवराज सिंह कृष्णावत की लापहरवाही मानते हुए एपीओ करने की अनुशंषा की थी. वहीं साथी अध्यापिका अनिता रेगर को भी कारण बताओ नोटिस देने की अनुशंषा की. जिस पर भीण्डर सीबीईओ महेन्द्र कुमार जैन ने 26 जुलाई को एपीओ करके पीईईओ लूणदा लगाने का आदेश दिया. वहीं अध्यापिका अनिता रेगर को भी नोटिस थमाया.


8 दिन बाद उजागर हुआ मामला, फिर हुई कार्रवाई


बच्चों के खाने में छिपकली गिरने का मामला उजागर नहीं करके विभाग के अधिकारी व क्षेत्रीय लोग रफा-दफा करने में लगे हुए थे लेकिन 28 जुलाई गुरूवार को सुबह मामला उजागर होने के बाद विभाग सक्रिय हुआ और पुरानी तारीख में एपीओ के आदेश जारी कर दिये. वहीं अन्य अध्यापिका को भी चार्जशीट थमाने की बात कही लेकिन सवाल ये उठता है कि बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वालों पर विभाग के अधिकारी व जिम्मेदार अन्य अधिकारी भी संरक्षण क्यों दे रहे हैं. ऐसे अध्यापकों को एपीओ के बजाएं बर्खास्त करना चाहिए.


वल्लभनगर विधायक प्रीति शक्तावत ने मामले की जानकारी मिलने पर कहा कि पोषाहार में छिपकली मिलना घोर लापरवाही है. ऐसे में किसी भी बच्चे की जान जा सकती थी. इन सभी बच्चों की मां होने के नाते में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं करुंगी. तुरंत प्रभाव से ऐसे अध्यापकों को एपीओ किया जाए. मैंने सरकार व संबंधित अधिकारियों को लिखा है. जल्द संबंधित शिक्षकों को वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र से बाहर भेजा जाए. शिक्षकों से मेरा निवेदन है कि वह बच्चों को शिक्षा दें आने वाली पीढ़ी का ध्यान रखें. बच्चों की जिंदगी से ऐसे लापरवाही करना मतलब अध्यापक अपने हाल में मस्त रहते हैं. स्कूल में बैठकर राजनीति करते हैं और शिक्षा देने का काम कम करते हैं.


उन्होंने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में जो शिक्षक कार्य कर रहे हैं वह युवा पीढ़ी को शिक्षा दें. वल्लभनगर विधानसभा मेरा परिवार है और मेरे बच्चों के साथ अगर कोई ऐसी हरकत करेगा तो मेरे बर्दाश्त से बाहर होगी. बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले ऐसे अध्यापक मुझे मेरे वल्लभनगर विधानसभा में नहीं चाहिए जो शिक्षक बच्चों को अपना बच्चा समझ कर उनकी देखरेख करें और उन्हें शिक्षा दें ऐसे अध्यापकों की मुझे मेरे वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र में जरुरत है.

गोदावरी धाकड़, सरपंच ग्राम पंचायत लूणदा का कहना है कि मेरे पंचायत के पीथलपुरा हवेली के विद्यालय में हुई घटना अध्यापको की घोर लापरहवाही उजागर होती है. ये बच्चों के स्वास्थ्य के साथ बड़ा खिलवाड़ हैं, जिससे किसी की जान भी जा सकती थी इसलिए ऐसे लापरवाही करने वाले अध्यापकों को तुरन्त बर्खास्त करना चाहिए.


महेन्द्र कुमार जैन, सीबीईओ भीण्डर ने कहा कि इस मामले की जानकारी मिलते ही जांच के लिए टीम भेज दी थी, शिक्षाकर्मी अध्यापक को एपीओ कर दिया हैं और अध्यापिका को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है. मामले की जानकारी मिलते ही संबंधित विभाग को कार्रवाई के आदेश दे दिये थे. जिस पर दोनों अध्यापकों को चार्जशीट जारी कर दी ह और शिक्षाकर्मी को एपीओ भी कर दिया है. ऐसे लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर कोई कोताई नहीं बरती जायेगी.


Reporter- Avinash Jagnawat


ये भी पढ़ें- खुशखबरी: महाराष्ट्र के बाद राजस्थान के किसानों को तोहफा, जल्द खुद कर सकेंगे गिरदावरी


अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें