Udaipur: राजस्थान के उदयपुर में  मंगलवार को टेलर कन्हैयालाल की नृशंस हत्या के बाद पूरे देशभर में हंगामा मचा हुआ है. जिसके बाद से राजस्थान में कई जिलों में धारा 144 के साथ नेटबंद किया गया है. प्रशासन का कहना है कि, प्रदेश में साप्रदायिक महौल ना बिगड़ जाए इसी वजह से इंटनेट बंद कर दिया गया है. कन्हैयालाल के दोनों बेटे पिता की हत्या से काफी आहत है. कन्हैयालाल के दोनों बेटों ने  अपने पिता की हत्या के मामले में मीडिया से रूबरू हुए. उन्होंने  हत्या से पहले की पूरी घटना के बारे में विस्तार से बताया. 


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मृतक कन्हैयालाल  के बड़े बेटे यश ने बताया कि, सोशल मीडिया पर गलती से एक पोस्ट शेयर कर दी थी जिसके बाद पिता को लगातार धमकियां मिल रही थी. जिसके कारण उन्होंने डर से दुकान जाना भी बंद कर दिया. बाद में इस बारे में समझौता भी हुआ, लेकिन फिर भी उनकी हत्या कर दी गयी. वहीं, छोटे बेटे तरुण का कहना था कि, पिता उन्हें इस बारे में  ज्यादा  नहीं  बताया करते थे लेकिन इन धमकियों के कारण वह कुछ दिनों से परेशान चल रहे थे. आखिर उनका डर सच 
साबित हुआ. 


कैसे हुई थी कन्हैयालाल की हत्या
भीमा कस्बे के रहने वाले 40 वर्षीय कन्हैयालाल पेशे से दर्जी थे. वह उदयपुर में दुकान चलाते थे. मंगलवार को वह कन्हैयालाल जब अपनी दुकान में थे तभी दोपहर करीब ढाई बजे दो लोग वहां पहुंचे और उनसे कपड़े सिलवाने के लिए माप लेने को कहा.कन्हैयालाल एक शख्स की माप लेने लगे. तभी उस शख्स ने कन्हैयालाल को दोनों हाथों दबोच लिया. जब तक कन्हैयालाल कुछ समझ पाता तब तक बदमाशों ने उन पर कई बार खंजर से हमला कर दिया, जिससे उनकी तुरंत मौत हो गई.