उदयपुर: उदयपुर के कानोड़ नगरपालिका में महात्मा गांधी शहरी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत संविदा पर कार्यरत कनिष्ठ तकनीकी सहायक जयराम मीणा और पार्षद पति अल्ताफ बागवान के बीच हुए विवाद को लेकर आज जमकर हंगामा हुआ.


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पहले विवाद थाने तक पहुंचा और फिर लोगों ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पालिका के बाहर प्रदर्शन किया. जिसके बाद पुलिस पार्षद पति को डिटेन कर कानोड़ थाने से अनुसंधान के लिए वल्लभनगर लेकर गई.


दरअसल गुरुवार देर रात्रि को सरकारी कार्य में बाधा डालने, ऑफिस में फाइलों के साथ छेड़छाड़ व ले जाने और जातिसूचक गाली गलौज करते हुए मारपीट करने का मामला पार्षद पति अल्ताफ बागवान के खिलाफ कानोड़ थाना पुलिस ने दर्ज किया. जिसके बाद देर रात्रि में महानरेगा जेटीए जयराम मीणा का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कानोड़ में मेडिकल करवाया गया.



शुक्रवार सुबह इस घटना की जानकारी मिलने पर भाजपा , जनता सेना के पार्षद, पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं के साथ ही महानरेगा योजना अंतर्गत कार्य करने वाली महिला श्रमिकों का नगरपालिका कार्यालय पहुंचना शुरू हो गया.


जिन्होंने नगरपालिका कार्यालय के मुख्य द्वार के सामने धरना प्रदर्शन शुरू कर किया. जो कि दोपहर 2 बजे पार्षद पति अलताफ बागवान की गिरफ्तारी के साथ समाप्त हुआ. सुबह 9 बजे धरना प्रदर्शन शुरू हुआ. जिसकी सूचना मिलते ही कानोड़ थाना अधिकारी मनीष खोईवाल सहित पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा.


धीरे-धीरे धरना स्थल पर लोगों की संख्या बढ़ती गई. धरना स्थल पर उपस्थित महिलाओं व जनप्रतिनिधियों ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए पार्षद पति को जल्द गिरफ्तार कर सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की. 


जिसके बाद कानोड़ तहसीलदार मोबिन मोहम्मद, भींडर थाना अधिकारी पुनाराम गुर्जर सहित पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचे. उपखंड अधिकारी मोनिका जाखड़, वल्लभनगर डिप्टी रविंद्र प्रताप सिंह धरना स्थल पर पहुंचे. जनप्रतिनिधियों ,महिला श्रमिकों से वार्ता कर उन्हें विश्वास दिलाया कि उनकी मांग पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी और आरोपियों को नहीं बख्शा जाएगा. महिलाएं व मौजूद लोग इस बात पर नहीं माने उन्होंने मांग रख दी कि जब तक गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक हम नगरपालिका कार्यालय पर ही रहेंगे.


इसके बाद महिलाएं नगरपालिका परिसर में धरने पर बैठ गई. मामला बढ़ता देख पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पार्षद पति अल्ताफ बागवान को डिटेन किया और मामले की जांच शुरू कर दी गई है. धरना स्थल पर उपस्थित लोगों ने उपखंड अधिकारी के समक्ष मांग रखी कि पार्षद सोनिया बागवान को तुरंत प्रभाव से निलंबित किया जाए. इस प्रकार सरकारी कर्मचारियों को डराना धमकाना उनके कार्य में बाधा डालना सरासर गलत है. इस मामले में पुलिस महानिदेशक ,मुख्यमंत्री, जिला पुलिस अधीक्षक के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया.


इस दौरान नेता प्रतिपक्ष नगर पालिका दीपक शर्मा ,पार्षद पारस नागोरी , राजकुमारी कमरिया, लोकेश पुरोहित ,भवानी सिंह चौहान, प्रकाश लक्षकार,भाजपा मंडल अध्यक्ष अनूप श्रीमाली ,पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा,जनता सेना राजस्थान सदस्यता अभियान के प्रदेश संयोजक कोमल चंद कामरिया, पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष महावीर दक, भगवती लाल शर्मा, बजरंग सेना कार्यकर्ता , महानरेगा महिला पुरुष श्रमिक सहित सैकड़ों महिला पुरुष उपस्थित रहे.


भाजपा ,जनता सेना पार्षदों ने लहराई लाल डायरी 


धरना प्रदर्शन के दौरान नगरपालिका कार्यालय के बाहर जनता सेना व भाजपा के पार्षदों ने प्रतिकात्मक लाल डायरी लहराते हुए कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए.


799 श्रमिक हैं कानोड़ में रजिस्टर्ड 


कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी कैलाश मीणा ने बताया कि महात्मा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना में 799 श्रमिक रजिस्टर्ड है. जिसमें 50% उपस्थिति हमेशा रहती है . शुक्रवार को सभी श्रमिकों की कार्यस्थल पर नहीं आने को लेकर अनुपस्थिति दर्ज की गई है.


पूरे मामले को लेकर भाजपा वल्लभनगर प्रभारी हिम्मत सिंह झाला ने विधायक प्रीति शक्तावत को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में एसटी-एससी अधिकारियों को टारगेट किया जा रहा है. उन पर दबाव बनाकर भ्रष्टाचार हो रहा है. इसका जवाब विधायक शक्तावत को देना चाहिए.


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