Udaipur news: उदयपुर जिले के झाडोल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सर्पदंश के बाद एक महिला को भर्ती करवाया गया. उसकी हालत को देखते हुए चिकित्सक ने उसे उदयपुर रेफर कर दिया पर महिला का पति उसे उदयपुर में इलाज की बजाय उसे झाड़फूंक के लिए ले जाना चाहता था. उसका मानना था की सर्पदंश का इलाज सिर्फ झाड़फूंक से ही संभव है.


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झाड़ फूंक से  हो सकती थी महिला की मौत
 इधर, चिकित्सक डॉक्टर वर्दी चंद कटारा ने भी ठान लिया की झाड़ फूंक से महिला की मौत हो सकती है, इसलिए महिला की जान बचाने के लिए इसे किसी भी हालत में उदयपुर उच्च चिकित्सा संस्थान पर ही भेजूंगा. इस बात से महिला का पति बोखला गया और देर रात CHC झाड़ोल में हंगामा खड़ा कर दिया। जिससे वहां मौजूद मरीजो को भी काफी परेशानी हुई।


 चिकित्सा कर्मियों को कहा बुरा भला
 महिला के पति ने वहां मौजूद चिकित्सा कर्मियों को भी बुरा भला कहते हुए झाड़फूक करवाने ले जाने पर अड़ा रहा। उसने झाड़फुक से पत्नी की मौत होने की जिम्मेदारी लेते हुए वहाँ मौजूद चिकित्सक को लिखित नोट थमा दिया.


 उदयपुर किया रेफर  
वहीं, मामला बढ़ता देख सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूद चिकित्सक डॉ .वर्दीचंद कटारा ने झाडोल थाने से जाप्ता मौके पर बुला लिया. वहीं 108 पर फोन कर उसे भी मौके पर बुला लिया. करीब 1 घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस की मौजूदगी में महिला को 108 से उदयपुर रेफर किया गया.इसके बाद महिला अभी स्वस्थ बताई जा रही है.


हैरानी की बात यह थी की आज के समय मे भी ग्रामीण इलाकों में अंधविश्वास कूट कूट कर भरा हुआ है जिससे कई लोगो की जान तक जा चुकी है.


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