Villagers angry at closure of railway gate: उदयपुर से सटे देबारी झरणोंं की सराय गांव के प्रमुख मार्ग पर रेलवे फाटक बंद करने की प्रक्रिया के विरोध में सोमवार को ग्रामीण आंदोलन पर उतर आए. ग्रामीणों ने रेल्वे फाटक को बंद नही करने की मांग की. ग्रामीणों का कहना है कि कई गांवों को नेशनल हाइवे से जोड़ने का एक मात्र मार्ग हे अगर इसे बंद किया तो आक्रोश बढ़ेगा.


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बताया जा रहा है कि सराय गांव में रेलवे फाटक 72 नंबर को प्रशासन द्वारा हाल ही में बंद करने की प्रक्रिया शुरू की गई. इसकी जानकारी जैसे ही इस फाटक से आवागमन करने वाले ग्रामीणों को मिली तो उन्होंने इस को लेकर सोमवार को आंदोलन छेड़ दिया.


 ग्रामीणों का कहना है कि इस समपार फाटक से देबारी झरणोंं की सराय डूंगरी फला खोकरा कला धूनी माता महावीर रेजिडेंसी श्री राम कॉलोनी समेत नव विकसित कॉलोनियों और पुरानी आबादी के ग्रामीणों का आवागमन होता है. इसके अलावा राजकीय विद्यालय आंगनवाडी भी समपार फाटक के उस पार होने से जिंक कॉन्प्लेक्स श्रीनाथ कॉन्प्लेक्स से बच्चे यहां पर पढ़ने आते हैं. ऐसे में इस फाटक को बंद करने से आवागमन का रास्ता बंद हो जाएगा और स्थानीय ग्रामीणों को भारी परेशानी झेलनी पड़ेगी. लिहाजा सोमवार को ग्रामीणों ने समपार फाटक पर एकत्रित होकर नारेबाजी की. 


इसके बाद में कलेक्टर ताराचंद मीणा से मिलकर इस मामले से अवगत कराते हुए मांग की है कि इस समपार फाटक को बंद नहीं किया जाए. प्रशासन यहां पर आरोबी बनाए ताकि व्यापारी ग्रेट सेपरेटर चौराहे से काया तक निकाले गए बाईपास के नीचे आरोबि होने से आवागमन सुगम हो सके ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर समय रहते इस मांग को नहीं माना गया तो उदयपुर चित्तौड़ हाईवे पर चक्का जाम किया जाएगा. इस दौरान देबारी उप सरपंच चंदन सिंग देवड़ा और जिंक पंचायत के वार्ड पंच रामलाल गायरी, स्थानीय जनप्रतिनिधि ग्रामीण राम गायरी, गोपाल वैष्णव, खेमराज गायरी, निर्मल वैष्णव, भंवर लाल भैरू सिंह, राहुल लोकेश, वैष्णव समेत कई ग्रामीण मौजूद रहे..