Udaipur: उदयपुर में युवक की निर्मम हत्या का मामला तूल पकड़ लिया है.इलाके का माहौल गरमाता देख प्रदेशभर में अलर्ट जारी कर दिया गया है. वीडियो वायरल होने के बाद मामला और ज्यादा संवेदनशील हो गया है. इस घटना के बाद समुदाय विशेष की ओर से इलाके में पथराव की घटना के बाद पुसिस प्रशासन ने 1 महीने तक धारा 144 लागू कर दी है.सभी जिलों में 24 घंटे तक इंटरनेट सेवा बंद किया गया है.


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 सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू
 फिलहाल इलाके के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू किया गया है. धानमंडी, घंटाघर, हाथीपोल, अंबामाता सूरजपोल, भूपालपुरा और सवीना हैं. घटना की गंभारता और हालात को देखते हुए  मंगलवार रात आठ बजे इन इलाके में  कर्फ्यू लगा दिया गया है. स्थिति पर नजर बनाये रखने के लिये भारी मात्रा में पुलिस बल के साथ अधिकारी मोर्चा  संभाल लिया है.



आरएसी की पांच कंपनी समेत 500 पुलिसकर्मी भेजे
आरएएसी एडीजी जंगा श्रीनिवास राव, एडीजी एसीबी दिनेश एमएन, डीआइजी राजेन्द्र गोयल, एसपी राजीव पचार को मौके पर भेजा गया है. उदयपुर क्षेत्र में 30 आरपीएस अधिकारियों के साथ 5 आरएसी कंपनी भी तैनात की है. पुलिस अधिकारियों के अलावा 600 पुलिसकर्मी भी उदयपुर भेजे हैं.उदयपुर के एसपी मनोज कुमार ने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है. हालांकि कुछ लोग गली मोहल्ले से बाहर निकलने की फिराक में  थे, लेकिन काबू पा लिया गया है.



डीजीपी ने दिए सख्त निर्देश 
डीजीपी एमएल लाठर ने भी लोगों से वीभत्स वीडियो को वायरल नहीं करने का सख्त निर्देश दिए हैं साथ ही मीडिया टीवी चैनल्स पर इसे नहीं दिखाने की अपील की है.


इन इलाकों में इंटरनेट सेवा ठप
इसकी पालना में मंगलवार शाम उदयपुर, अजमेर, नागौर, सीकर, अलवर, झुंझुनू,भीलवाड़ा, टोंक, जयपुर, दौसा जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई. अजमेर संभाग में बुधवार रात 12 बजे तक और जयपुर संभाग में बुधवार शाम साढ़े पांच बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा. अन्य संभागीय आयुक्त भी देर रात तक आदेश जारी करते रहे. हालांकि, लैंडलाइन फोन, मोबाइल वॉयस कॉल, लीजलाइन ब्रॉडबैंड संचालित होते रहेंगे.


केंद्र सरकार उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की बेरहमी से हुई हत्या को आतंकवादी हमला मान रही है.जिस तरीके से आरोपी गौस मोहम्मद और रियाज कपड़े की नाप देने के बहाने से अंदर आए और सुनियोजित तरीके कत्लेआम मचाया उसे देखते हुए केंद्र सरकार ने भी तुरंत इस मामले में बड़ा एक्शन लिया है.



NIA की टीम करेगी जांच
अब इस मामले की जांच एनआईए की टीम करेगी. क्योंकि आतंकवादी समूहों, विशेष रूप से आईएसआईएस और अल-कायदा द्वारा सिर कलम करना आम बात है, लिहाजा इस मामले को NIA की टीम गहन जांच करेगी और गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों की पृष्ठभूमि की पड़ताल करेगा. उनके सोशल मीडिया प्रोफाइल से लेकर उनके तमाम नेटवर्क को खंगाला जा सकता है.



 इस जांच दल में आतंकवाद रोधी एजेंसी एनआईए के अधिकारी शामिल हैं क्योंकि प्रारंभिक जानकारी से यह बात सामने आई है कि हमलावरों के आईएसआईएस से संबंध हो सकते हैं.