Kanhaiya Lal murder case: राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही एक बार फिर उदयपुर में हुए कन्हैया लाल हत्या कांड का मामला गरमाने लगा है. दोनों ही राजनैतिक पार्टियां इस मुद्दे को अपने अपने हिसाब से भुनाने में लगी हुई हैं, इस मुद्दे पर लगातार गरमाती राजनीति पर कन्हैया लाल के परिवार का दर्द एक बार फिर सामने आया है.


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परिवार के सदस्यों का कहना है कि इस केस को सामान्य केस की तरह लिया जाए. इस पर राजनीति करने की बजाए इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपियों को सजा दिलाने पर ध्यान दिया जाए.


गोपनियता का हवाला देते हुए नहीं दी जा रही जानकारी


इस मुद्दे पर राजनीति से परिवार के लीगों को असहजता महसूस हो रही है. कन्हैया के बड़े बेटे यश ने बताया कि जब उनके पिता की हत्या हुई, तब कहा गया था की इस मामले की सुनवाई फास्टट्रैक कोर्ट में होगी. लेकिन डेढ़ साल बाद भी इस मामले में क्या चल रहा है?उन्हें नहीं मालूम है. एनआईए मामले की गोपनीयता का हवाला देते हुए उन्हें कोई जानकारी नहीं देती है.


कौन था कन्हैया लाल


आपको बता दें इस मामले को लेकर बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे पर निशाना साध रही हैं, बीते दिन सीएम अशोक गहलोत ने भी बयान दिया था. कन्हैया लाल दर्जी का काम करते थे, और उदयपुर के एक मार्केट में उनकी दुकान थी.बीजेपी की नेता रहीं नुपुर शर्मा के विवादित बयानों का उन्होंने कथित रूप से समर्थन किया था.


कथित तौर पर इसी वजह से दो लोगों ने बड़ी बेरहमी से उनकी हत्या कर दी थी.जिसके बाद इस घटना को लेकर देशभर में चर्चा रही. विरोध हुआ. घटना में वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को कठोर से कठोर सजा देने की मांग की गई. 


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