एक पेन का इस्तेमाल, हटकर है राज्यसभा चुनाव जानिए चौंकाने वाले नियम

Jun 11, 2022, 15:08 PM IST

राज्यसभा चुनाव की प्रक्रिया लोकसभा और विधानसभा चुनाव से काफी अलग है, क्योंकि इस सदन के लिए मतदान सीधे जनता नहीं करती, बल्कि जनता के द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि करते हैं. यानी आपके द्वारा चूने हुए नेता मतदान करते हैं... चूंकि राज्यसभा के सदस्यों का कार्यकाल छह साल का होता है. राज्यसभा चुनावों के नतीजों के लिए एक फॉर्मूला भी तय किया गया है. तो आज हम आपको बताएंगे,, ये पुरी प्रकिया ..आप तस्वीरों में देख सकते हैं, सूबे के सीएम अशोक गहलोत, वोटिंग के लिए विधानसभा के अंदर आते हैं, कमरे के अंदर निर्वाचन अधिकारी और बाकी पार्टीयों के अधिकृत एजेंट मौजूद है, कैमरे लगे हुए है. यानी सबकुछ रिकॉर्ड हो रहा है. सीएम अशोक गहलोत को एक पेन दिया जाता है. ये पैन बेहद खास है. बता दें कि इस पेन की लिखावट काली नीली नहीं बैंगनी रंग की होती है. और इसकी स्याही कर्नाटक के मैसूर में तैयार होती है. सीएम गहलोत ये पेन और पर्चा लेकर, सबसे अलग कोने में जाते हैं, जहां उन्हें कोई नहीं देख सकता , वो बैलेट पेपर पर अपनी पहली, दुसरी पसंद लिखते हैं. बाहर निकलते ही वो पेन अधिकारी को सौंप देते हैं बता दें कि पेन का इस्तेमाल एक ही बार किया जा सकता है. इसके बाद वो आगे बढ़ते हुए अपनी पर्ची गोविंद सिंह डोटासरा को दिखाते हैं.. क्रॉस वोटिंग और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए इस प्रक्रिया की अनुमति दी गई है. अगर उम्मीदवार अधिकृत एजेंट के अलावा किसी अन्य व्यक्ति को अपना मतपत्र दिखाता है, तो मतपत्र फिर से अमान्य माना जाएगा.

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