क्योंकि योनि के अंदर से एक तरल पदार्थ निकलता है. इसको साफ ना करने से यीस्ट इन्फेक्शन हो जाता है.
साफ और स्वस्थ
शरीर के बाकी अंगों को जिस तरह साफ रखना जरूरी है, उसी तरह वेजाइना का साफ और स्वस्थ होना भी उता ही आवश्यक है.
केमिकल
वहीं, वेजाइना का साफ और उसकी बदबू को दूर करने के लिए जिस केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है, उसे वेजाइनल डूशिंग कहा जाता है. इस प्रोसेस में फ्लूइड और पानी से वेजाइना को साफ करना होता है.
इंटीमेट वॉश
वेजाइनल डूशिंग करने के लिए इंटीमेट वॉश और पानी का एक मिक्सचर लिया जाता है, जिसे वेजाइना को साफ करने के लिए छिड़क दिया जाता है. इसके बाद वेजाइना को ऊपर से साफ किया जता है.
वेजाइनल डूशिंग का प्रचलन
आज के समय में वेजाइनल डूशिंग का प्रचलन का बढ़ गया है. इसका यूज पीरियड्स में, सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन और योनि की बदबू को दूर करने के लिए किया जाता है.
हेल्दी बैक्टरिया
वहीं, अमेरिका कॉलेज ऑफ ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गायनकोलॉजी वेजाइनल डूशिंग के सही नहीं मानता है. उनका कहना है कि इससे हेल्दी बैक्टरिया की संख्या में कमी हो जाती है. इससे जलन और बर्निंग की दिक्कतें होने लगती हैं.
मिसकौरेजी
कहा जाता है कि जो महिलाएं रोज डूशिंग करती हैं, उन्हें जल्दी डिलवरी और मिसकौरेजी की दिक्कतें हो सकती हैं. इस वजह से महिलाओं को रोज वेजाइनल डूशिंग नहीं करनी चाहिए.
हल्दी बैलेंस
PH यानी पावर ऑफ हाइड्रोजन रोज डूशिंग करने से कम हो जाता है. जानकारी के मुताबिक, अगर वेजाइना में मौजूद हल्दी बैलेंस कम हो जाता है, तो इससे यीस्ट इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है.
वेजाइना की सफाई
वेजाइना को साफ करने के लिए आपको केवल साधाराण पानी से उसे धोना चाहिए क्योंकि केमकल से युक्त प्रोडक्ट्स यूज करने से वेजाइना की संसेटिव त्वचा को नुकसान हो सकता है.
डिस्चार्ज
वहीं, अगर वेजाइना से कभा बिल्कुल सफेद, पीला या हरे रंग का डिस्चार्ज हो तो डाक्टर से संपर्क करें.
बदबू या जलन
इसके अलावा लगातार बदबू, जलन, सेक्स के दौरान दर्द हो तो डॉक्टर से तुरंत बात करें और सलाह लें.