सनातन धर्म में माला फेरते हुए मंत्र जाप या नाम जाप करने का विशेष महत्व माना गया है.
Chanchal Kumari
Oct 01, 2023
माला का जाप करने का तरीका हर किसी का अलग-अलग होता है, मगर जिस तरह से भगवान की पूजा करने के कुछ नियम होते हैं.
माल का जाप करने का फल भी आपको तब ही मिलता है, जब आप उसे ठीक प्रकार से नियम अनुसार ही करें.
माला का जाप करते वक्त कुछ सावधानियां-
कौन सी माला जप के लिए अच्छी
पीले रंग की माला में आप मूंगे के मोती की माला से भी जाप कर सकती हैं, क्योंकी पीले रंग के मोती की माला से जाप करने से मन शांत रहता है और दिमाग भी फोकस रहता है.
माला फेरने का सही तरीका
माला का जाप करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि आपने माला को सही से पकड़ा हो, माला नाभि से नीचे नहीं जानी चाहिए और नाक के ऊपर भी आपको माला नहीं रखनी चाहिए.
सही तरीका
आंखें खोल कर जाप कर रही हैं तो परमात्मा पर आंखें टिका कर रखें या आंखें मूंदकर आप जाप करें
सही तरीका
जाप करते समय भूल से भी माला को नीचे न गिराएं, माला को आसान या डिब्बे पर ही रखना चाहिए.
जाप करने से पहले क्या करें
खुद पर गंगाजल का छिड़काव करें और साथ ही मंत्र जाप से पहले माला की भी गंगाजल से शुद्धि अवश्य करें.
एक माला से कितने मंत्र का जाप
आप जिनती बार माला जपना चाहें, उतने मानक वाली माला बाजार से खरीद सकती हैं.
माला कितनी बार जपना चाहिए
किस माला से कौन सा जाप
तुलसी, वैजयंती, रुद्राक्ष, कमलगट्टे, स्फटिक, पुत्रजीवक, अकीक, रत्न आदि किसी भी तरह की माला से मंत्रों का जाप कर सकती हैं.
माला फेरने से क्या होता है
माला से जाप करते हैं तब आपके अंगूठे और उंगलियों में एक अलग तरह की वाइब्रेशन होती है और ये वाइब्रेशन आप धीरे से पूरे शरीर में महसूस करते हैं, जो आपके मन को शांत करती है