किन्नर की शादी

रात में शादी और अगले दिन विधवा हो जाते हैं किन्नर, चौंकाने वाला है कारण

Anish Shekhar
Aug 26, 2023

सामान्य मान्यताएं

हैं कि किन्‍नर कभी विवाह नहीं करते हैं

हकीकत

यह है कि किन्‍नरों की भी शादी होती है. किन्‍नर शादी के बाद दुल्‍हन बनते हैं

किन्‍नर या हिजड़े

ना तो पूरी तरह पुरुष होते हैं और ना ही महिला

किन्‍नरों की शादी

किसी इंसान से नहीं बल्कि उनके भगवान से होती है

किन्नरों के भगवान

अर्जुन और नाग कन्या उलूपी की संतान इरावन जिन्हें अरावन के नाम से भी जाना जाता है.

किन्नरों की शादी

का जश्न जबरदस्‍त होता है. यह हर साल तमिलनाडु के कूवगाम में होता है.

त‌मिल नव वर्ष की पहली पूर्णिमा

से किन्नरों के विवाह का उत्सव शुरु होता है जो 18 दिनों तक चलता है.

17 वें दिन

किन्नरों की शादी होती है. वे दुल्‍हन की तरह सोलह श्रृंगार करते हैं, उन्‍हें किन्‍नरों के पुरोहित मंगलसूत्र भी पहनाते हैं.

विवाह के अगले दिन

अरावन या इरवन देवता की मूर्ति को शहर में घुमाया जाता है और फिर इसे तोड़ दिया जाता है.

यह इसलिए किया जाता है

ताकि किसी को भी किन्‍नर के रूप में जन्‍म ना लेना पड़े.

किन्नर हो जाते हैं विधवा!

इसके बाद किन्नर अपना पूरा श्रृंगार उतारकर एक विधवा की तरह विलाप करते हैं. इस तरह किन्‍नर शादी के अगले दिन ही विधवा भी हो जाते हैं.

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