शादी के बाद दुनिया बदल जाती है. जीवनसाथी अगर सही हो तो जीवन सफल वरना जिंदगी बर्बाद हो जाती है.
ये फैसला का जिंदगी किसके साथ बितानी है बहुत अहम हैं इसे आंख बंद कर ना लें.
आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने इस कठिन फैसले को लेने के कुछ आसान से टिप्स बताये हैं जो आपकी मदद कर सकते हैं.
स्टेटस या ओहदें को देखकर शादी ना करें. अगर जीवनसाथी बहुत अमीर है, लेकिन गुण नहीं हैं तो साथ जीना मुश्किल हो सकता है.
लेकिन ये भी याद रखें की पैसा भी जरूरी है, लेकिन ये ही सिर्फ जरूरी हो ये सही नहीं है, प्यार सबसे ज्यादा जरूरी है.
बुरी लत या लाइफस्टाइल को हल्के में ना लें. ये तो कभी ना सोचें की आप सामने वाले को बदल सकते हैं.
शराब, सिगरेट, गांजा या किसी भी तरह का नशा दिमाग की सोचने की शक्ति को खा जाता है, ऐसे में ऐसे लती लोगों से दूर रहें.
ऐसे लोग चाहें लड़की हो या लड़का अपने शरीर के साथ ही आपके मानसिक शांति को भी खत्म करने के लिए काफी है.
जीवनसाथी चुनने से पहले ये देख लें कि सामने वाला कितना जिम्मेदार है. अगर वो जिम्मेदार होगा तो वो अपने परिवार की जिम्मेदारी भी पूरी तरह से निभाएगा और बीच में हाथ नहीं छोड़ेगा.
चुने गए जीवनसाथी में ये गुण हो कि वो अच्छे बुरे की पहचान कर सकता हो. जिंदादिली, उदारता और प्यार ये वो गुण हैं जो एक लड़के या लड़की को परफेक्ट लाइफ पार्टनर बना सकते हैं.
तो अगर आप भी शादी करने की सोच रहे हैं, तो प्यार में अंधे होकर नहीं बल्कि आखें खोल कर प्यार करें और सामने वाले के अच्छे और बुरे दोनों पहलुओं को देखने के बाद भी फैसले पर पहुंचे.