कांग्रेस का गढ़

एक जामने में कांग्रेस का गढ़ थी राजस्थान की ये सीट, अब जीत के लिए करना पड़ रहा लंबा इंतजार

Shiv Govind Mishra
Mar 19, 2024

जालौर लोकसभी सीट

राजस्थान की जालौर लोकसभी सीट का इतिहास बहुत ही रोचक रहा है.

बाहरी लीडर्स

जहां, इस सीट पर राजस्थान के दूसरे क्षेत्रों से आकर चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों ने जीत हासिल की, तो वहीं, राजस्थान से बाहर से आए प्रत्याशियों को भी जालौर लोकसभा सीट पर खूब कामयाबी मिली.

बूटा सिंह

जानकारों का कहना है, कि कांग्रेसी नेता बूटा सिंह पंजाब से यहां आकर चुनाव जीत चुके हैं.

निर्दलीय चुनाव

इतना ही नहीं, साल 1998 में बूटा सिंह यहां से निर्दलीय भी चुनाव फतेह चुके थे.

जातिप्रेम

राजनीतिक विश्लेषकों के लिए यह आश्चर्य की बात है, कि जातिप्रेम में ओत-प्रोत होने के बावजूद एक सिख प्रत्याशी बूटा सिंह को चार बार लोकसभा पहुंचाया.

बी सुशीला

इसी तरह भारतीय जनता पार्टी के नेता बंगारू लक्ष्मण की पत्नी बी सुशीला भी साल 2004 के लोकसभा चुनाव जीत चुकी हैं.

वैभव गहलोत

जालौर लोकसभा सीट से कांग्रेस ने राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को मैदान में उतारा है,

लुंबाराम चौधरी

तो भारतीय जनता पार्टी ने लुंबाराम चौधरी पर दांव खेला है.

जोधपुर लोकसभा सीट

बता दें, कि Vaibhav Gehlot ने साल 2019 में जोधपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें गजेंद्रसिंह शेखावत ने 2,74,440 मतों से हराया था.

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