Rajasthan: इस गांव में होली के दिन एक-दूसरे पर बरसाए जाते हैं पत्थर

Sneha Aggarwal
Mar 13, 2024

'पत्थरों की राड़'

डूंगरपुर जिले के भीलूड़ा गांव के रघुनाथजी मंदिर के पास 'पत्थरों की राड़' की होली खेली जाती है.

पत्थर

इस अनोखी होली में युवा एक-दूसरे पर पत्थर मारते हैं.

कई लोग होते हैं शामिल

ऐसे में उनके शरीर से खून बह रहा होता है लेकिन इस होली में हर साल लोग बढ़-चढ़कर शामिल होते हैं.

फेमस डांस

भीलूड़ा गांव के फेमस डांस गैर खेली और पूजा के बाद लोग होली के दर्शन करते हैं.

रघुनाथजी मंदिर

इसके बाद यहां के लोग राड़ खेलने और रघुनाथजी मंदिर में माथा टेकने जाते हैं.

परंपरागत कपड़े

इस त्योहार पर लोग परंपरागत कपड़े पहनते हैं. पैरों में घुंघरू, हाथों में ढाल और साफा पहनकर 'खून की होली' खेलते हैं.

मैदान लाल

ऐसे में एक- दूसरे पर पत्थर से वार करते है और इससे यहां का पूरा मैदान लाल हो जाता है.

200 साल

ये होली भीलूड़ा गांव में 200 साल से खेली जा रही है.

पत्थरमार होली

ये भारत का एक ऐसा एकमात्र गांव है, जहां पत्थरमार होली खेली जाती है.

शुभ

स्थानीय लोगों का कहना है कि रंगों की जगह यहां खून बहाना शुभ माना जाता है.

दर्द नहीं खुशी

साथ ही लोग कहते हैं कि ये हमारी परंपरा है, हमें दर्द से ज्यादा होली खेलने में खुशी मिलती है.

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