रानी पद्मावती की चर्चा

शूरवीरों और प्रतापियों की धरती कहीं जाने वाली राजस्थान की रानी पद्मावती की वीरता और खूबसूरती के चर्चे दूर-दूर तक फैले हुए थे.

इतिहास की खूबसूरत हिंदू रानी

रानी पद्मावती को भारतीय इतिहास की खूबसूरत हिंदू रानियों में से एक माना जाता है लेकिन उन्होंने जौहर कर लिया था.

स्वयंवर में विजयी होकर

रानी पद्मावती को चित्तौड़ के राजा रतन सिंह ने स्वयंवर में विजयी होकर अपनी पत्नी बनाया था और चित्तौड़ ले आए थे.

अलाउद्दीन खिलजी के सामने चर्चा

वहीं, चित्तौड़ से निष्कासित पंडित राघव चेतन ने रतन सिंह से बदला लेने के लिए चित्तौड़ की महारानी रानी पद्मावती की सुंदरता का गुणगान दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी के सामने कर दिया.

रानी पद्मावती को देखने की चाह

बताया जाता है कि रानी पद्मावती की खूबसूरती के बारे में सुनकर अलाउद्दीन खिलजी पागल हो उठा और वह रानी पद्मावती को देखने के लिए चित्तौड़ की ओर कूच कर दिया.

अक्षम्य अपराध

बता दें कि उस समय राजपूत स्त्री का किसी भी गैर मर्द की परछाई (शरीर भी) देखना या उसके सामने जाना भी अक्षम्य अपराध माना जाता था.

मर्यादा की पराकाष्ठा

राजपूत महिलाएं हमेशा से ही सम्मान और मर्यादा की पराकाष्ठा का उदाहरण रही हैं.

रतन सिंह नाराज

अलाउद्दीन खिलजी ने राजा रावल रतन सिंह के सामने महारानी पद्मावती को देखने की ख्वाहिश जाहिर की तो राजा नाराज हो गए. इसके चलते अलाउद्दीन खिलजी ने चित्तौड़ के बाहर अपना डेरा डाल दिया.

राजा रतन सिंह को मार डाला

इसके बाद अलाउद्दीन खिलजी ने धोखे से राजा रतन सिंह को मार डाला और महारानी पद्मावती को हासिल करने के लिए महल की ओर कूच कर दिया.

जौहर करने की असली वजह अलाउद्दीन खिलजी

बताया जाता है कि रानी पद्मावती के जौहर करने की असली वजह अलाउद्दीन खिलजी था. रानी पद्मावती किसी भी कीमत पर नहीं चाहती थी कि अलाउद्दीन खिलजी उन्हें एक नजर भी देख पाए.

खिलजी की गुलामी

रानी पद्मावती नहीं चाहती थी कि वह खिलजी की गुलामी करें और इसी गुलामी से बचने के लिए उन्होंने जौहर का रास्ता अपनाया.

धड़कती आग में खुद को स्वाहा

बताया जाता है कि रानी पद्मावती के साथ महल की 16000 स्त्रियों ने भी धड़कती आग में खुद को स्वाहा कर डाला था.

जौहर की कहानी याद की जाएगी

राजस्थान के इतिहास में युगों-युगों तक रानी पद्मावती के जौहर की कहानी याद की जाएगी.

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