क्या थी खाटू श्याम बाबा की अंतिम इच्छा?

Sneha Aggarwal
Jun 16, 2024

खाटू नगरी

सीकर जिले की खाटू नगरी में बाबा श्याम का मंदिर है.

शीश दान

खाटू श्याम जी का असली नाम बर्बरीक है, जिन्होंन भगवान कृष्ण को अपना शीश दान में दिया था.

वरदान

भगवान श्रीकृष्ण ने बर्बरीक के बलिदान से खुश होकर कलियुग में श्याम के नाम से पूजे जाने का वरदान दिया था.

युद्ध

बर्बरीक की अंतिम इच्छा कुरुक्षेत्र का युद्ध देखने की थी.

पर्वत

इसी के चलते भगवान कृष्ण ने बर्बरीक का शीश पर्वत पर रख दिया था, जहां से उन्होंने पूरी महाभारत देखी थी.

रूपावती नदी

इसके बाद भगवान कृष्ण ने बर्बरीक का शीश रूपावती नदी में बहा दिया था.

कलयुगि अवतार

भगवान श्रीकृष्ण के कलयुगि अवतार खाटू श्याम जी कहे जाते हैं.

जन्म दिवस

कार्तिक शुक्ल की देवउठनी एकादशी पर खाटू श्याम बाबा का जन्म दिवस मनाया जाता है.

हारे का सहारा

खाटू श्याम जी को हारे का सहारा कहा जाता है.

डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी और लोगों द्वारा बताई गई कहानियों पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.

VIEW ALL

Read Next Story