क्या है जीका वायरस? जानें इसके लक्षण और ऐसे करें बचाव
Shiv Govind Mishra
Jul 03, 2024
महाराष्ट्र में कहर
महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में जीका वायरस के कुछ मामले सामने आने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को सभी राज्यों को परामर्श जारी कर देशभर में हालात पर कड़ी निगरानी बनाए रखने का निर्देश दिया.
गर्भवती महिलाएं
राज्यों से आग्रह किया गया है कि वे गर्भवती महिलाओं की जीका वायरस जांच पर ध्यान केन्द्रित करें और संक्रमित पाई जाने वाली महिलाओं के भ्रूण के विकास की निगरानी करें.
महानिदेशक के निर्देश
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. अतुल गोयल द्वारा जारी परामर्श के अलावा, मंत्रालय ने स्वास्थ्य सुविधाओं से एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति का भी निर्देश दिया, जो एडीज मच्छरों से होने वाले संक्रमण की निगरानी करते हुए कार्रवाई करेगा.
मच्छरों से फैलने वाली बीमारी
जीका वायरस मच्छरों से फैलने वाली एक बीमारी है. एडीज एल्बोपिक्ट्स और एडीज इजिप्टी से जीका वायरस फैलने का खतरा अधिक रहता है.
मलेरिया और बुखार
इस बीमारी में मलेरिया और बुखार के मिले-झुले लक्षण दिखते हैं.
त्वचा पर रैशेज
इसके शुरुआती लक्षण में बुखार आना, त्वचा पर रैशेज, जोड़ों में दर्द होना, मांसपेशियों में दर्द होना, सिर में दर्द होना हैं.
डब्ल्यूएचओ
डब्ल्यूएचओ (WHO) के अनुसार, अब तक 86 देशों में मच्छरों से फैलने वाले जीका वायरस के मामलों की पुष्टि हो चुकी है.
जीका वायरस के लक्षण
बुखार, त्वचा पर रैशेज, जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, सिर में दर्द, उल्टी आना आदि इसके लक्षण हैं.
मच्छरों से बचें
इंसेक्ट रिपेलेंट का इस्तेमाल करें, फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें, खिड़की और दरवाजों पर जाली का इस्तेमाल करें, बिस्तर में मच्छरदानी लगाकर रखें,
कैसे होगा बचाव
जीका वायरस इंसान में एक हफ्ते तक रहता है. अगर आपको वायरस का कोई लक्षण दिखते हैं तो तुरंत ही अपने डॉक्टर से संपर्क करें और टेस्ट करवाएं. गर्भवती महिलाओं में अगर लक्षण दिखाई देता है तो उन्हें तुरंत अपनी जांच करवानी चाहिए. इस दौरान खूब तरल पदार्थ पीना चाहिए, जिसमें पानी, काफी और जूस आदि शामिल हैं.