नई दिल्ली: खेल रत्न पुरस्कार को लेकर मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. खेल के क्षेत्र में दिए जाने वाले सबसे बड़े अवॉर्ड राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर अब हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर कर दिया गया है. इस अवॉर्ड को अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार (Major Dhyan Chand Khel Ratna Award) के नाम से जाना जाएगा. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. बता दें कि हर साल मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन यानी 30 अगस्त को खेल से जुड़े अवॉर्ड्स दिए जाते हैं. 


पीएम मोदी ने दी जानकारी 


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शुक्रवार को पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रयासों से हम सभी अभिभूत हैं. विशेषकर हॉकी में हमारे बेटे-बेटियों ने जो इच्छाशक्ति दिखाई है, जीत के प्रति जो ललक दिखाई है, वो वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है.'


मेजर ध्यानचंद को किया समर्पित


पीएम मोदी ने आगे कहा, 'देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए. लोगों की भावनाओं को देखते हुए इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है. जय हिंद!'



पीएम मोदी ने एक और ट्वीट में कहा, 'मेजर ध्यानचंद भारत के उन अग्रणी खिलाड़ियों में से थे जिन्होंने भारत को सम्मान और गौरव दिलाया. देश का सर्वोच्च खेल सम्मान उन्हीं के नाम पर रखा जाना चाहिए.'


खेल रत्न का इतिहास


इस अवॉर्ड को खेल के क्षेत्र में सराहना और जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से 1991-92 में शुरू किया गया था. तब इसका नाम देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर रखा गया था. 


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