नई दिल्लीः गुजरात के राजकोट से इंसानियत को शर्मसार कर देने वारदात सामने आई है. यहां एक बेटे ने अपनी बुजुर्ग और बीमार मां को छत से फेंककर मार डाला. मां को ब्रेन हैमरेज हो गया था और देखभाल से बचने के लिए इस बेटे ने मां को छत से फेंककर मार डाला. यह वारदात दो महीने पहले बताई जा रही है. लेकिन सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद इस वारदात के बारे में अब पता चला है. आरोपी बेटा असिस्टेंट प्रोफेसर है. सीसीटीवी में बेटा अपनी मां को छत पर ले जाता दिख रहा है.पहले हर किसी को ये लगा कि मां छत से गिर गईं और उनकी मौत हो गई.लेकिन मां की मौत के कुछ दिन बाद पुलिस को एक गुमनाम चिट्ठी मिली और फिर जब सीसीटीवी देखा गया तो सबकुछ साफ हो गया. 


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मिली जानकारी के अनुसार, दो महीने पहले राजकोट के गांधीग्राम के दर्शन एवेन्यू में रहने वाली रिटायर्ड टीचर जयश्रीबेन विनोदभाई नाथवानी (64) की बिल्डिंग की छत से गिरने के बाद मौत हो गई थी. इस मामले को पुलिस ने आत्महत्या मानकर केस बंद कर दिया था. लेकिन करीब दो महीने बाद पुलिस को एक गुमनाम चिट्ठी मिली जिसके आधार पर पुलिस ने फिर से इस केस की जांच शुरू की.


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जब पुलिस ने सोसाइटी में लगे सीसीटीवी के फुटेज खंगाले तो हैरान रह गई. सीसीटीवी इस महिला का बेटा संदीप अपनी मां को लिफ्ट से छत की ओर ले जाते दिखाई दे रहा था. पुलिस जांच में पहले तो आरोपी बेटे ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन जब सख्ती से पूछताछ हुई तो उसने सच उगला डाला.


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राजकोट के डीसीपी करनराज वाघेला ने बताया कि संदीप पहले गुमराह करता रहा, पहले उसने बताया कि वह मां को पूजा के लिए लेकर गया था. इसके बाद जब पुलिस ने पूछा कि मां ने ढाई फुट ऊंची रेलिंग कैसे पार की, तो वह चुप हो गया. जब पुलिस ने सख्ती से पूछा तो उसने मां को छत से फेंकने की बात क़ुबूल कर ली. आरोपी ने बताया कि वह मां की तीमारदारी से परेशान हो गया था.