नई दिल्ली:  ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) के दौरान किसानों के हिंसक आंदोलन को पूरे देश ने देखा. गणतंत्र दिवस के मौके पर हुई इस हिंसा में 109 पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनमें से दो की हालात गंभीर बताई जा रही है. वहीं, दर्जनों वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया. बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग का सहारा भी लेना पड़ा, लेकिन किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) को लगता है कि हिंसा जैसा कुछ हुआ ही नहीं. टिकैत ने इस संबंध में जो ट्वीट किया है, उससे यही लगता है कि उनकी नजर में हिंसा ही शांति है. 


Government को दी सलाह


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मंगलवार के हिंसक आंदोलन के बाद जहां कुछ किसान नेता इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते रहे. कुछ ने उपद्रवियों से अपना पल्ला झाड़ने का प्रयास किया, वहीं किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने अपने ट्वीट से सबको चौंका दिया. टिकैत ने किसानों को बधाई तक दे डाली. उन्होंने कहा कि पूरा आंदोलन शांतिपूर्ण रहा ट्रैक्टर परेड सफल रही. साथ ही वह सरकार को लंबी चौड़ी सलाह देने से भी पीछे नहीं हटे.



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यह लिखा है Tweet में 


अपने ट्वीट में टिकैत ने लिखा, ‘शांतिपूर्ण आंदोलन और ट्रैक्टर परेड के लिए देश के किसानों को बधाई. किसानों में आक्रोश बहुत गहरा है. फिर भी उन्होंने संयम का परिचय दिया. सरकार को किसानों के आक्रोश को पहचानना होगा. सरकार को हठधर्मिता छोड़कर देशहित में किसानों की मांगे मान लेनी चाहिए’. किसान नेता के इस ट्वीट पर जहां कुछ लोगों ने उनका समर्थन किया है, वहीं कई लोगों ने इसके लिए उन्हें लताड़ भी लगाई है.


RSS ने की हिंसा की निंदा


बता दें कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर आंदोलनकारी किसानों ने दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकाली थी. इस दौरान लाल किला सहित कई जगहों पर जमकर हिंसा हुई. स्थिति को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने आवास पर आपात बैठक भी बुलाई थी. उधर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने हिंसा की निंदा की है. संघ ने कहा कि लाल किले की दुर्भाग्यपूर्ण घटना उन लोगों का अपमान है जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना बलिदान दिया. संघ के सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी ने एक बयान जारी कर कहा कि दिल्ली में गणतंत्र दिवस जैसे पावन मौके पर हिंसा और अशांति बेहद दुखद एवं निदंनीय है.