Ram Mandir Ayodhya: एनसीपी-शरद पवार गुट के नेता डॉ.जितेंद्र आव्हाड ने 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम आयोजित करने पर सवाल खड़ा किया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा, '22 तारीख का क्या महत्व है? क्या 22 जनवरी का भगवान राम से कोई संबंध है? कोई पूजा पाठ करने का दिन है. हम 22 जनवरी को दर्शन क्यों करें, हम 23 या 24 को दर्शन करेंगे.'


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एनसीपी नेता ने कहा, 'ये निमंत्रण वाली बात कहां से आई?...ये चतुर्वर्ण व्यवस्था कि तैयारी कर रहे हैं कि हमारे पूछे बिना तुम मंदिर में नहीं जा सकते. किस बात का न्योता राम हमारा है. मंदिर हमारा है हम जब मर्जी चाहे जा सकते हैं मंदिर में.'



'द्रोपदी मुर्मू को न्योता क्यों नहीं'
डॉ.जितेंद्र आव्हाड ने कहा, 'मेरा सवाल यह है कि द्रोपदी मुर्मू को न्योता क्यों नहीं दिया गया? आप संसद का उद्घाटन करते हो उनको बुलाते नहीं. आप राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में जानबूझकर उन्हें नजरअंदाज करते हैं. आपके दिल में क्या है? आप महिलाओं का सम्मान नहीं करना चाहते हैं...'


'40-45 दिन में चुनाव घोषित हो जाएंगे'
डॉ.जितेंद्र आव्हाड ने कहा, '1970  के चुनाव में शायद राम के नाम का इस्तेमाल हुआ था तब से लेकर आज तक हर चुनाव राम के नाम पर ही लड़ा जाता है. आज से 40-45 दिन बाद चुनाव घोषित हो जाएगा. ये लोग पूजा करके निकलेंगे, फिर प्रसाद बांटने हर घर में जाएंगे फिर राम के नाम की कोई पुस्तिका निकलेगी उसे घर-घर बांटेंगे. तो देश में एक माहौल तैयार कर देंगे जो धर्म पर आधारित हैं और उसी पर वोट मांगेग. मंहगाई, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था पर कोई न बोले.'