आतंकी मसूद अजहर पर बैन का स्वागत करते हैं, UNSC ने सही दिशा में कदम उठाया: विदेश मंत्रालय
आतंकी मसूद अजहर पर बैन को लेकर गुरुवार को विदेश मंत्रालय ने आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मसूद अजहर पर पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है. पाकिस्तान की फजीहत हुई है.
नई दिल्ली: आतंकी मसूद अजहर पर बैन को लेकर गुरुवार को विदेश मंत्रालय ने कहा कि मसूद अजहर पर पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है. पाकिस्तान की फजीहत हुई है. आतंकवाद और सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं. यूएन ने आतंक के खिलाफ सही दिशा में कदम उठाया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि जैश सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने संबंधी 1267 प्रतिबंध समिति का फैसला आतंकवाद और इसके समर्थकों के खिलाफ लड़ाई में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के संकल्प को प्रदर्शित करने के लिए सही दिशा में है. पाकिस्तान को आतंकवाद पर नकेल कसनी होगी.
उन्होंने आगे कहा, "हम आतंक से कोई समझौता नहीं करेंगे. फजीहत के बाद पाकिस्तान बहाने बना रहा है. पाकिस्तान इस निर्णय का स्वागत नहीं कर सकता. वे इसकी आलोचना भी नहीं कर सकते. उन्हें अब आतंक पर नकेल कसनी होगी. मसूद के खाते जब्त होंगे. मसूद पर पाकिस्तान कार्रवाई के लिए मजबूर होगा."
कुमार ने अपने बयान में कहा, "हमने मसूद के खिलाफ सबूत दिए. किसी एक घटना पर यह फैसला नहीं लिया गया. पाकिस्तान की कूटनीतिक हार हुई है, इस तथ्य से ध्यान से भटकाने का प्रयास किया जा रहा है. चीन ने पहले ही इसका कारण बता दिया है कि उसने प्रस्ताव का विरोध क्यों नहीं किया."
गौरतलब है कि 2009 में भारत ने अजहर को इस सूची में डाले जाने के लिए पहली बार प्रस्ताव लाया था. इसके बाद 2016 में अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने प्रस्ताव लाया. फिर 2017 में भी इन्हीं तीन वैश्विक शक्तियों ने इसी तरह का प्रस्ताव लाया था। हालांकि, हर बार चीन ने इसमें अड़ंगा डाला था.