UP News: यूपी लोकसभा चुनाव में क्यों हारी बीजेपी? सामने आई 12 वजहें, `D` की नाराजगी पड़ गई भारी
UP Lok Sabha Election Result 2024: यूपी में हुए लोकसभा चुनाव में BJP क्यों हार गई, यह सवाल पार्टी नेताओं को अब भी परेशान कर रहा है. करीब एक महीने तक चली समीक्षा के बाद पार्टी ने आखिरकार 12 बड़ी वजहें तलाश ली हैं.
Reason for BJP defeat in UP Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी की हार पर फाइनल रिपोर्ट आ गई है . इस रिपोर्ट में सबसे बड़ी बात ये है कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी की हार की सबसे बड़ी वजह D है यानी बीजेपी को D ने हराया. अब ये D क्या है. डी यानी दलित. अखिलेश यादव के पीडीए का नारा उसके पक्ष में गया और दलित वोट बैंक बीजेपी से छिटक गया.
BJP से छिटक गए दलित वोट
लोकसभा चुनाव में यूपी के अंदर बीजेपी को 24 प्रतिशत जाटव वोट मिले. जबकि इंडिया गठबंधन को 25 और बीएसपी को 44 प्रतिशत वोट मिले. वहीं नॉन जाटव वोट में से 29 प्रतिशत बीजेपी को मिले जबकि इंडिया गठबंधन को 56 प्रतिशत वोट मिले. वहीं बीएसपी सिर्फ 15 प्रतिशत वोट ही अपने पक्ष में कर पाई. इसीलिए इतना बड़ा फर्क नतीजे में देखने को मिला.
समीक्षा के बाद पार्टी ने बनाई रिपोर्ट
अब आपको दिखाते हैं बीजेपी की हार पर फाइनल रिपोर्ट में क्या बड़ी बातें हैं. लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी के वोट कैसे घटे? क्यों घटे ? तमाम सवालों के जवाब बीजेपी की समीक्षा रिपोर्ट में सामने आ चुकी है. ये भी पता चल गया कि सूबे के तमाम इलाकों में पार्टी को भारी नुकसान क्यों झेलना पड़ा? सूत्रों के मुताबिक बीजेपी की 15 पन्नों की समीक्षा रिपोर्ट और 12 कारणों के जरिए प्रदेश में हार की वजहें बताईं गई हैं. जो लोकसभा चुनाव में विपक्ष के लिए गेंमचेंजर साबित हुआ और बीजेपी 33 सीटों पर अटक गई.
चुनाव में 'गेम' बदलने वाली वजह?
इसमें सबसे बड़ी तीन वजहें कौन सी है. ये जान लीजिए
वजह नंबर 1
दलित वोट घटे
वजह नंबर 2
ओबीसी वोट खिसके
वजह नंबर 3
संविधान पर बयानबाजी
बीजेपी के लिए मजबूत माने जाने वाले इलाके अवध, काशी और गोरखपुर में भी सीटें घटीं. पार्टी की समीक्षा रिपोर्ट में कई अहम बातें सामने आई हैं. इसमें माना गया है कि पिछड़ी जातियां बीजेपी से अलग हुई. हार की समीक्षा रिपोर्ट में कुल 12 कारण गिनाए गए हैं.
BJP की हार के 12 कारण?
1. संविधान संशोधन पर बीजेपी का बयान
2. प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक का मुद्दा
3. सरकारी विभागों में संविदा कर्मियों की भर्ती और आउटसोर्सिंग
4. BJP कार्यकर्ताओं में सरकारी अधिकारियों को लेकर असंतोष
5. जिला लेवल पर आपसी लड़ाई
6. बड़ी संख्या में मतदाता सूची से नाम हटाए गए
7. टिकट बंटवारे में जल्दबाजी की गई
8. थाने और तहसीलों को लेकर काम न होने से नाराजगी
9. सवर्ण मतदाता कुछ लोकसभा में BJP से दूर हुए
10. पिछड़ों में कुर्मी, कुशवाहा, शाक्य का भी झुकाव नहीं रहा
11. अनुसूचित जातियों में पासी और वाल्मीकि दूर हो गए
12. BSP ने मुस्लिम और दूसरे वोट नहीं काटे
यूपी में हार की वजह को जानने के लिए बीजेपी ने प्रदेश की 78 सीटों पर करीब 40 टीमों ने समीक्षा की. इस दौरान करीब 40 हजार कार्यकर्ताओं से बात की गई. तब जाकर रिपोर्ट तैयार की गई. अब इस रिपोर्ट पर पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा करेगी. तब जाकर संभव है कि हार के गुनहगारों पर गाज गिरे.
इधर, यूपी में हार की रिपोर्ट आई, उधर बीजेपी ने उप-चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं और इसकी कमान खुद सीएम योगी ने संभाल ली है. हालांकि उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान अभी नहीं हुआ है. लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. खासकर लोकसभा चुनाव में ख़राब प्रदर्शन के बाद अब बीजेपी उपचुनाव में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है.
(तुषार श्रीवास्तव की रिपोर्ट)