Trains on Festivals: त्योहारों पर लोगों को घर पहुंचाने में रेलवे का बेहद अहम हाथ रहता है. हालांकि कई बार भीड़ ज्यादा रहने के कारण इंतजाम कमतर रह जाते हैं. लेकिन बावजूद इसके रेलवे हमेशा लोगों की सहूलियत के लिए काम में जुटा रहता है. लोगों को घर पहुंचाने के अलावा प्राथमिकता यह भी रहती है कि लौटने वाली भीड़ को कैसे मैनेज किया जाए. 


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अभी छठ के दौरान घर जाने वालों और लौटने वालों की भीड़ को मैनेज करना रेलवे के लिए बड़ी चुनौती रहने वाली है. तो इसे लेकर रेलवे के क्या इंतजाम हैं. इस पर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, 'हमने अच्छे इंतजाम किए हैं. एक बड़ा होल्डिंग एरिया बनाया गया है. यात्रियों के सुगम आने-जाने के लिए इंतजाम किए गए हैं. रिकॉर्ड 7435 स्पेशल ट्रेनों को चलाया जा रहा है. पिछले साल 4500 ट्रेनें चलाई गई थीं, जो खुद में रिकॉर्ड है. 31 अक्टूबर तक 51 लाख लोग स्पेशल ट्रेनों में सफर कर चुके हैं.'


'सारे बड़े स्टेशनों पर की गई व्यवस्था'


रेल मंत्री ने आगे कहा, 'त्योहारों के बाद वापस लौटने के लिए भी खास इंतजाम किए गए हैं. सभी बड़े रेलवे स्टेशनों पर बड़े स्तर पर व्यवस्था की गई है. यात्रियों को भी यह पसंद आ रहा है. इसके लिए मैं रेलवे स्टाफ और आरपीएफ के सहयोग का धन्यवाद कता हूं. इन 7435 स्पेशल ट्रेनों के अलावा अगर जरूरत पड़ी तो 150 और स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी'. 



बीते दिनों देश के कई रेलवे स्टेशनों पर लोगों की भारी भीड़ नजर आई थी. इसे देखते हुए रेल मंत्रालय ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए हर मुमकिन कोशिश की जा रही है.


'त्योहारों पर लोगों को पहुंचाना मुश्किल काम'


मंत्रालय ने कहा, 'दिवाली और छठ के दौरान पूरे भारत में लोगों को एक जगह से दूसरे जगह पर पहुंचाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, लेकिन नवरात्रि और दुर्गा पूजा के दौरान इसी तरह के कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, भारतीय रेलवे अब यात्रियों को दिवाली और आगामी छठ पर्व के लिए उनके मूल स्थानों तक पहुंचने में मदद करने के लिए पूरी तरह तैयार है.'


मंत्रालय ने यात्रियों से यह भी कहा कि अगर उन्हें रेलवे परिसर में कोई संदिग्ध वस्तु दिखाई दे तो वे निर्धारित हेल्पलाइन 139 और ‘रेलमदद’ पोर्टल का इस्तेमाल करके रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को इसकी सूचना दें.