नई दिल्ली: पुलवामा आतंकवादी हमले की निंदा पूरी दुनिया में हो रही है. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली शर्मा के अलावा मालदीव, भूटान के राष्ट्राध्यक्षों ने हमले की निंदा करते हुए कहा है कि वह दुख की इस घड़ी में भारत के साथ हैं. हालांकि इस मसले पर पाकिस्तान ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. अमेरिका ने कहा कि हम आतंकवाद के खिलाफ है. 


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भारत के सबसे पुराने मित्र देश रूस ने पुलवामा आतंकवादी हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. रूस ने कहा कि वह सभी प्रकार के आतंक के खात्मे के लिए मिलकर लड़ेगा. रूस ने अपने बयान में शहीद के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, "हम इस अमानवीय कृत्य के खिलाफ बिना किसी दोहरे रवैये के भारत के साथ मिलकर लड़ेंगे." 


बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने शेख हसीना ने पुलवामा आतंकवादी हमले की कड़ी भर्त्सना की. उन्होंने अपनी शोक संवेदना जाहिर करते हुए कहा, "इस दुख की घड़ी में, हम भारत सरकार और वहां के लोगों के साथ खड़े हैं. हम शहीद के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. हम घायलों के स्वस्थ लाभ की कामना करते हैं." 


मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुला शाहिद ने कहा, "जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ पर हुए आत्मघाती हमले की हम कड़ी निंदा निंदा करते हैं. मैं शहीदों और घायल जवानों के बहादुर परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता हूं." 


इससे पहले, विदेश मंत्रालय ने भारत ने पुलवामा आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए इसे जघन्य और पाकिस्तान के जैश-ए- मोहम्मद द्वारा किया गया घृणित कृत्य बताया. विदेश मंत्रालय ने कहा कि वैश्विक आतंकवादी मसूद अजहर जैश-ए-मोहम्मद को संचालित करता है, जिसे आतंकी गतिविधियां चलाने और आतंकी ढांचे को बढ़ाने की पाकिस्तान ने खुली छूट दे रखी है. हम पाकिस्तान से मांग करते हैं कि वह आतंकवादियों और उसके क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादी संगठनों को सहयोग देना बंद करे साथ ही आतंकवादी ढांचों को नेस्तनाबूद करे.