Sambhal Violence: संभल को सुलगाने वाले 100 दंगाई पहचाने गए, अब वसूली की तैयारी, बाहरियों की एंट्री BAN
Sambhal violence: संभल हिंसा मामला पुलिस ने हिंसा में शामिल आरोपियों की पहचान करने के लिए कुछ बलवाइयों की पहचान पूरी कर ली है. अब तक पुलिस ने 100 आरोपियों की पहचान की है उनमें से ये तस्वीरें शामिल है. इस बीच सपा ने हिंसा की सीबीआई जांच की मांग की है.
Sambhal latest update: उत्तर प्रदेश के संभल में हुए बवाल के बाद योगी सरकार अपराधियों और उपद्रवियों के खिलाफ कड़ा कदम उठा सकती है. अब प्रदेश में पत्थरबाजों और उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. संभल हिंसा मामला पुलिस ने हिंसा में शामिल आरोपियों की पहचान करने के लिए कुछ बलवाइयों की पहचान पूरी कर ली है. पुलिस ने हिंसा करने वालों, पुलिस पर गोली चलाने वालों और पथराव करने वालों की फोटो आइडेंटिफाई की है.
पहचान के बाद आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस जगह जगह छापेमारी कर रही है. अब तक पुलिस ने 100 आरोपियों की पहचान की है उनमें से ये तस्वीरें शामिल है. संभल में पुलिस प्रशासन ने 30 नवंबर तक बाहरी लोगों पर बैन लगा दिया है. संभल के एसपी कृष्ण विश्नोई ने कहा है कि कुछ दंगाइयों ने सीसीटीवी की डीवीआर तोड़ कर फेंक दी थी.
100 की पहचान हो गई अब आगे क्या होगा?
जानकारी के अनुसार, प्रदेश की योगी सरकार सार्वजनिक स्थानों पर पत्थरबाजों और उपद्रवियों के पोस्टर लगाएगी और उनसे वसूली भी करेगी. यूपी की योगी सरकार पूर्व में उपद्रवियों और अपराधियों के खिलाफ नुकसान की वसूली और पोस्टर का अध्यादेश जारी कर चुकी है.
दाम चुकाएंगे दंगाई
यानि स्पष्ट है कि उपद्रवियों से सरकार को हुए नुकसान की वसूली की जाएगी. अपराधियों की वजह से किसी भी सार्वजनिक संपत्ति को हुए की भरपाई कराई जाएगी. इसके अलावा, सरकार ने यह भी कहा है कि इन अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी में मदद करने वालों को इनाम भी दिया जाएगा.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पहले ही उपद्रवियों और अपराधियों के खिलाफ नुकसान की वसूली और उनके पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगाने के लिए अध्यादेश जारी किया था. इस फैसले के तहत, उन अपराधियों की पहचान सार्वजनिक की जाएगी, जिन्होंने राज्य में हिंसा या उपद्रव किया हो, ताकि उन्हें समाज से बहिष्कृत किया जा सके और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके.
सपा ने की सीबीआई जांच की मांग
समाजवादी पार्टी ने हिंसा की सीबीआई जांच की मांग की है. बता दें कि बीते दिनों उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित मस्जिद में सर्वे के दौरान हुए पथराव किया गया था. पत्थरबाजी का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि कई युवक पुलिस पर पथराव कर रहे हैं. युवकों ने अपना मुंह कपड़े से ढक रखा है, ताकि पुलिस में उनकी पहचान न हो सके.
कांग्रेस पार्टी के सांसद इमरान मसूद ने कहा है कि पुलिस ने ज्यादती की है.
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वीडियो में कई लोग हाथों में पत्थर लिए दिख रहे हैं. ये पत्थर वे लोग पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर फेंक रहे हैं. यह लोग एक के बाद एक लगातार पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर ईंट, पत्थर सहित तमाम चीजें बरसाते दिख रहे हैं. संभल हिंसा मामले में 20 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. (IANS इनपुट के साथ)